जीएसटी अधूरा, दो महीने बाद लागू किया जाना चाहिए था: चिदंबरम
जीएसटी अधूरा, दो महीने बाद लागू किया जाना चाहिए था: चिदंबरम
नई दिल्ली। देशभर में 1 जुलाई से वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के लागू होने के छह दिन बाद गुरूवार को कांग्रेस ने एक बार फिर इसे अपूर्ण बताया है। पूर्व वित्त मंत्री और सीनियर कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने कहा है कि केंद्र ने जीएसटी लागू करने में जल्दीबाजी की है और अधकचरी स्थिति में इसे लागू किया है। उन्होंने कहा कि सरकार को अभी दो महीने का वक्त जीएसटी की तैयारियों के लिए लेना चाहिए था।
चिदंबरम ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि मोदी सरकार जो जीएसटी लाई है, वो अधूरा और देश के साथ मजाक है। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मौजूदा जीएसटी को एक देश एक कर कहना ही गलत होगा क्योंकि इसमें सात से ज्यादा दरें हैं। ये जीएसटी अपने उद्देश्यों की पूर्ति नहीं करता और ना यह वह कानून नहीं है जिसको यूपीए लेकर आया था।
चिदंबरम ने कहा कि उनकी पार्टी की कर दरों में कटौती और इसकी सीमा 18 फीसदी करने की मांग है। उन्होंने एक बार फिर पेट्रोलियम, बिजली एवं रियल एस्टेट को नई कर प्रणाली के तहत लाने की मांग की। इससे पहले भी चिदंबरम ने कहा था कि मौजूदा जीएसटी बिल असली जीएसटी नहीं है और नया टैक्स सिस्टम रोजगार पर बुरा असर डालेगा।
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