केंद्र सरकार चाहे तो पेट्रोल के दाम 25 रुपए प्रति लीटर कम कर सकती है- चिदंबरम
नई दिल्ली। पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने लगातार पेट्रोल और डीजल की कीमतों पर बड़ा बयान दिया है। चिदंबरम ने कहा कि पेट्रोल के दाम में 25 रुपए प्रति लीटर की कमी संभव है, लेकिन केंद्र सरकार 1-2 रुपए कम करके देश की जनता को ठग रही है। उन्होंने कहा कि कच्चे तेलों की कीमत में कमी के बाद तेल की कीमतों में 15 रुपए प्रति लीटर तक की कमी की जा सकती है। यही नहीं सरकार चाहे तो पेट्रोल की कीमत में 10 रुपए प्रति लीटर की और कमी कर सकती है। ऐसे में पेट्रोल के दाम में कुल कमी प्रति लीटर 25 रुपए तक संभव है।
सरकार लोगों को ठग रही है
पी चिदंबरम ने ट्वीट करके कहा कि केंद्र सरकार कच्चे तेल की कीतमों में कमी के बाद पेट्रोल के दाम को 15 रुपए तक कम कर सकती है, साथ ही केंद्र सरकार अतिरिक्त टैक्स को हटाकर 10 रुपए प्रति लीटर की और कमी कर सकती है, लेकिन सरकार ऐसा नहीं कर रही है, ये लोग 1-2 रुपए कम करके देश की जनता को ठगेंगे। गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों में जिस तरह से पेट्रोल और डीजल के दामों में बढ़ोतरी हुई है उसके बाद लोगों में गुस्सा है।
सरकार ने बताई ये वजह
लगातार पेट्रोल-डीजल के दामों में बढ़ोतरी के बाद मंगलवार को पेट्रोलियम राज्य मंत्री शिव प्रताप शुक्ला ने कहा था कि दामों में बढ़ोतरी ईरान में अमेरिकी सरकार की पाबंदी के चलते हुई है। पाबंदी के चलते कच्चे तेल के दाम में बढ़ोतरी हुई है, जिसकी वजह से पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ गए हैं। उनहोंने कहा कि सरकार पेट्रोल-डीजल के दाम को काबू करने में विफल नहीं हुई है, बल्कि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम यूएस-ईरान के बीच पैक्ट की वजह से बढ़े हैं। इसकी वजह से ना सिर्फ भारत बल्कि कई देशों में पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़े हैं।
पेट्रोलियम मंत्री का फॉर्मूला
शिव प्रताप शुक्ला ने कहा कि सरकार कोशिश कर रही है कि कोई रास्ता निकाला जाए जिससे कि पेट्रोल-डीजल के दाम को कम किया जा सके। वहीं केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने सुझाव दिया है कि पेट्रोल को जीएसटी के तहत लाकर इसके दाम को कम किया जा सकता है, लेकिन जीएसटी तबतक संभव नहीं है कि जबतक इसपर जीएसटी काउंसिल में आम सहमति बन जाए। खुद भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा था कि पेट्रोलियम मंत्री तमाम तेल कंपनियों से बैठक करने वाले हैं, हम कोशिश कर रहे हैं कि पेट्रोलियम पदार्थों के दाम को कम करने का विकल्प निकाला जा सके।