पी चिदंबरम ने कहा- अपने काम से मतलब रखें आर्मी चीफ, नेताओं को क्या करना चाहिए, हमें न बताएं
नई दिल्ली। सीएए और एनआरसी के खिलाफ देश में मचे बवाल पर सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत के बयान पर नया विवाद शुरू हो गया है। सेना प्रमुख के बयान को कांग्रेस नेताओं सहित कई विपक्षी पार्टियों ने राजनीतिक बताया और उन्हें देश के मामले में दखल न देने की हिदायत भी दी। बिपिन रावत के बयान पर अब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने उनपर हमला बोला और बीजेपी को आड़े हाथ लिया है। चिदंबरम ने कहा कि आप सेना के प्रमुख हैं और अपने काम को ध्यान में रखें।
Recommended Video
बिपिन रावत को दी ये नसीहत
दरअसल, कांग्रेस नेता और पूर्व वित्तमंत्री पी चिदंबरम ने तिरुवनंतपुरम में एक जनसभा को संबोधित किया। इस बीच उन्होंने सेना प्रमुख को निशाने पर लेते हुए उन्हें अपने काम से मतलब रखने की हिदायत दे दी। चिदंबरम ने कहा कि DGP और आर्मी जनरल को सरकार का समर्थन करने के लिए कहा जा रहा है, यह शर्म की बात है। मैं सेना प्रमुख से अपील करता हूं कि वह अपने काम में ध्यान दें। सेना का यह काम नहीं कि वह राजनेताओं को बताएं कि हमें क्या करना चाहिए।
अमित शाह को लिया आड़े हाथ
चिदंबरम ने आगे कहा कि, हम राजनेता हैं हमारा काम भी यह नहीं है कि हम सेना को बताएं की युद्ध कैसे लड़ा जाना चाहिए। इसके अलावा कांग्रेस नेता ने बीजेपी अध्यक्ष और गृह मंत्री अमित शाह पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि अमित शाह को एक बार फिर वापस जाना चाहिए और राज्यसभा और लोकसभा में बहस को सुनना चाहिए। उन्होंने एक सावल का भी जवाब नहीं दिया और अब वह राहुल गांधी से इस मुद्दे पर बहस करना चाहते हैं। इस कानून में सबकुछ गलत है।
#WATCH P Chidambaram: DGP&Army General are being asked to support govt, it's a shame. Let me appeal to Genaral Rawat,you head the Army&mind your business. It's not business of Army to tell politicians what we should do, just as it's not our business to tell you how to fight a war pic.twitter.com/MgjkeSPBPn
— ANI (@ANI) December 28, 2019
बिपिन रावत ने दिया था ये बयान
देश भर की यूनिवर्सिटीज में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) पर मचे बवाल के बीच सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत का एक बड़ा बयान आया था। जनरल रावत ने कहा था कि भीड़ को हिंसा के लिए उकसाना और आगजनी जैसी घटनाओं को अंजाम देने के लिए लोगों को प्रेरित करना किसी भी तरह के बेहतर नेतृत्व का उदाहरण नहीं हो सकता है। जनरल रावत की तरफ से यह पहली प्रतिक्रिया थी जो विरोध प्रदर्शनों को लेकर आई।
यह भी पढ़ें: भाजपा किसी भी तरह देश को 'हिंदू राष्ट्र' बनाना चाहती है, एनआरसी, एनपीआर इसी का हिस्सा: चिदंबरम