चीन के साथ झड़प में भारतीयों की शहादत पर चिदंबरम ने उठाया सवाल, कहा- पीएम ने 5 मई से एक खामोशी अख्तियार कर रखी है
चीन के साथ झड़प में भारतीयों की शहादत पर चिदंबरम ने उठाया सवाल, कहा- पीएम ने 5 मई से एक खामोशी अख्तियार कर रखी है
नई दिल्ली। लद्दाख में भारत-चीन सेना के बीच तनाव तनाव बढ़ता ही जा रही है, एक सरकारी सूत्र के मुताबिक लद्दाख के गैलवान घाटी में सोमवार की रात भारत और चीन सेना के बीच हुई झड़प में कम से कम 20 भारतीय सेना के जवान शहीद हुए हैं। वहीं अब पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम ने चीन के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुप्पी पर सवाल उठाए हैं। साथ उन्होंने इस मामले पर अभी तक रक्षा मंत्रालय या सेना की तरफ से कोई बयान न आने पर भी विस्मय जताया है। उन्होंने कहा कि पीएम ने 5 मई से एक चिंताजनक चुप्पी बनाई हुई है। क्या आप कल्पना कर सकते हैं कि किसी अन्य देश के प्रमुख ने देश में विदेशी सैनिकों की घुसपैठ के 7 सप्ताह बाद तक एक शब्द भी नहीं कहा?
चिदंबरम ने कहा है कि अगर आर्मी के व्हाट्सऐप ग्रुप पर दोपहर 12.62 बजे मैसेज नहीं आता तो पता भी नहीं चलता कि लद्दाख में सीमा रेखा पर क्या हुआ। उन्होंने कहा कि विदेश मंत्रालय ने तो बयान जारी कर दिया लेकिन देश अभी तक रक्षा मंत्रालय और सेना की तरफ से अधिकारिक बयान का इंतजार कर रहा है। उन्होंने पूछा है कि "क्या यह बयान आज रात आएगा?"
वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम ने काह कि बेशक, भारतीयों ने अपना जीवन खो दिया है। वे बहादुर लोग हैं जिन्होंने सर्वोच्च बलिदान दिया है? उनमें से एक तमिलनाडु में रामनाथपुरम जिले से एक तमिल / भारतीय भी है? एक के बाद एक ट्वीट में पी चिदंबरम ने आगे कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन के मुद्दे पर 5 मई से एक खामोशी अख्तियार कर रखी है। उन्होंने विस्मय जताया है कि कल्पना कर सकते हैं कि देश में विदेशी सैनिक घुस आएं और कोई राष्ट्र प्रमुख 7 सप्ताह से चुप्पी साधे रहे।
बता दें लद्दाख में भारत-चीन सेना के बीच तनाव तनाव बढ़ता ही जा रही है, एक सरकारी सूत्र के मुताबिक लद्दाख के गैलवान घाटी में सोमवार की रात भारत और चीन सेना के बीच हुई झड़प में कम से कम 20 भारतीय सेना के जवान शहीद हुए हैं। बता दें कि इससे पहले कर्नल समेत 2 जवानों के शहीद होने की जानकारी थी। लद्दाख में चल रहे सीमा विवाद के बीच भारतीय सेना और चीनी सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प में गोली चलने की खबर नहीं है लेकिन पत्थरों और लोहे की रॉड से हमला किए जाने की पुष्टि हुई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक इस झड़प में चीनी सेना के भी 5 जवान मारे गए हैं।