तिहाड़ में जमानत को तरस रहे चिदंबरम ने की अगली तिमाही की GDP पर भविष्यवाणी
नई दिल्ली। सरकार की ओर से दूसरी तिमाही के जीडीपी आंकड़े शुक्रवार को जारी किए गए। मौजूदा वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही यानी जुलाई-सितंबर तिमाही में जीडीपी ग्रोथ रेट गिरकर 4.5 प्रतिशत पर आ गई है। इन आकंड़ों के सामने आने के बाद सरकार पर विपक्षी दल लगातार हमला बोल रहे हैं। शनिवार को पूर्व वित्त मंत्री पी चिंदबरम ने तीसरी तिमाही की भविष्यवाणी करते हुए कहा कि, तीसरी तिमाही में भी ग्रोथ रेट 4.5% से अधिक नहीं होगी। साथ ही अन्य संभावनाएं भी बदतर हैं।
तीसरी तिमाही में GDP विकास दर के नतीजे और बदतर होंगेः चिदंबरम
लगभग पिछले 100 दिनों से जेल में बंद पूर्व वित्त मंत्री पी चिंदबरम की ओर से किए गए ट्वीट में कहा गया है कि, 'जैसा कि व्यापक रूप से भविष्यवाणी की गई थी, दूसरी तिमाही में जीडीपी ग्रोथ रेट 4.5% रही है। फिर भी सरकार कहती है 'ऑल इज वेल'। तीसरी तिमाही में भी ग्रोथ रेट 4.5% से अधिक नहीं होगी। साथ ही अन्य संभावनाएं भी बदतर हैं। बता दें कि, पहले से ही सुस्ती झेल रही देश की अर्थव्यवस्था की विकास दर दूसरी तिमाही में गिरक 4.5 फीसदी पर आ गई, जो छह साल का निचला स्तर है।
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'झारखंड के लोगों को भाजपा के खिलाफ मतदान करना चाहिए'
भ्रष्टाचार तथा मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों में जेल में बंद चिदंबरम ने झारखंड के लोगों से अपील करते हुए एक और ट्वीट किया। चिंदबरम ने लिखा कि, झारखंड के लोगों को भाजपा के खिलाफ मतदान करना चाहिए और भाजपा की नीतियों और शासन के मॉडल को अस्वीकार करना चाहिए। उनके पास ऐसा करने का पहला अवसर है।
जीडीपी वृद्धि दर घटकर 4.5 प्रतिशत रह गयी
बता दें, राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) द्वारा शुक्रवार को जारी जीडीपी आंकड़ों के अनुसार चालू वित्त वर्ष 2019-20 की जुलाई-सितंबर के दौरान स्थिर मूल्य (2011-12) पर जीडीपी 35.99 लाख करोड़ रुपये रही, जो पिछले साल इसी अवधि में 34.43 लाख करोड़ रुपये थी। इसी तरह दूसरी तिमाही में आर्थिक वृद्धि दर 4.5 प्रतिशत रही। एक साल पहले यह 7 प्रतिशत थी जबकि पिछली तिमाही में यह 5 प्रतिशत थी। इसके अलावा, अक्टूबर महीने में 8 कोर सेक्टरों की इंडस्ट्रियल ग्रोथ -5.8 प्रतिशत रही है।
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