महात्मा गांधी का रास्ता है 'शाहीन बाग', गृह मंत्री अमित शाह पर बरसे कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम
नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए होने वाले मतदान से पहले गृहमंत्री अमित शाह ने राजधानी के बाबरपुर इलाके में एक रैली को संबोधित करते हुए शाहीन बाग में प्रदर्शन कर रहे लोगों पर निशाना साधा था। इस दौरान अमित शाह ने कहा था कि ईवीएम का बटन इतना जोर से दबाना कि यहां बाबरपुर में बटन दबे, करंट शाहीन बाग के अंदर लगे। शाह के इस बयान पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने उनपर निशाना साधा है।
'गांधी का तिरस्कार करने वाली ही 'शाहीन बाग से मुक्ति' चाहेंगे'
अमित शाह के बयान पर चिदंबरम ने कहा कि महात्मा गांधी का तिरस्कार करने वाली ही 'शाहीन बाग से मुक्ति' चाहेंगे। कांग्रेस नेता ने ट्वीट किया, 'गृहमंत्री ने 'शाहीन बाग से मुक्ति पाने' के नाम पर वोट मांगा, महात्मा गांधी का तिरस्कार करने वाले ही शाहीन बाग से मुक्ति पाना चाहेंगे। 'शाहीन बाग' महात्मा गांधी के विचारों का प्रतिनिधित्व करता है। शाहीन बाग से मुक्ति पाने का मतलब अहिंसा और सत्याग्रह से मुक्ति पाना है।'
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शाहीन बाग गांधी के विचारों का प्रतिनिधित्व करता है- कांग्रेस नेता
बाबरपुर में भाजपा उम्मीदवार के समर्थन में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा था, 'भाजपा उम्मीदवार को आपका मत दिल्ली और देश को सुरक्षित बनाएगा और शाहीन बाग जैसी हजारों घटनाओं को रोकेगा। जब 8 फरवरी को ईवीएम का बटन दबाएं, तो इतने गुस्से में दबाएं कि इसका कंरट शाहीन बाग में लगे। शाह ने चुनावी रैली में लोगों से वादा किया कि अगर भाजपा की सरकार दिल्ली में बनती है तो वह दिल्ली को वर्ल्ड क्लास शहर बनाएंगे। यही नहीं उन्होंने लोगों से कहा कि अगर हम ऐसा नहीं करते हैं तो आप मेरे कान खींच सकते हैं।
शाहीन बाग में जारी है CAA के खिलाफ 15 दिसंबर से प्रदर्शन
बता दें कि शाहीन बाग में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ 15 दिसंबर से मुस्लिम महिलाएं धरना प्रदर्शन कर रही हैं। इन महिलाओं की मांग है कि सरकार ये कानून वापस ले। शाहीन बाग में महिलाओं का ये प्रदर्शन लगातार सुर्खियों में बना हुआ है। इस प्रदर्शन को लेकर बीजेपी और विपक्षी दलों के बीच जुबानी जंग तेज हो चुकी है। सत्ताधारी दल का कहना है कि नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ विपक्षी दल अफवाह फैला रहे हैं।