चिदंबरम के गृह मंत्री रहते मोदी-शाह पर झूठे मुकदमे दायर किए गए- नितिन गडकरी
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नई दिल्ली। पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम को सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत मिली है। सुप्रीम कोर्ट से उन्हें जमानत मिल गई है। आईएनएक्स मीडिया केस में सर्वोच्च न्यायालय ने उन्हें सशर्त जमानत दी है। पी चिदंबरम को जमानत मिलने के बाद केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि हम कभी भी प्रतिशोधी नहीं रहे हैं। दूसरी तरफ जब कांग्रेस के शासनकाल में चिदंबरम जी गृह मंत्री थे उन्होंने मेरे खिलाफ झूठे मुकदमे दायर किए। उन्होंने पीएम मोदी और अमित शाह के खिलाफ भी झूठे मामले दर्ज किए। बाद में हम सभी निर्दोष साबित हुए।
नितिन गडकरी ने कहा है कि उनके खिलाफ मुकदमों के सबूत हैं, उनसे पूछताछ हुई है, अब मामला न्यायालय में है और अदालत इसपर फैसला लेगी। वहीं पी चिदंबरम को जमानत मिलने के बाद चेन्नई में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जमकर जश्न मनाया। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने लड्डू बांटे और एक-दूसरे को मिठाईयां खिलाईं। उल्लेखनीय है कि सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में कहा कि आर्थिक अपराध काफी गंभीर अपराध होते हैं, लेकिन जमानत का भी कानूनी प्रावधान हैं।
शरद पवार के बयान पर नितिन गडकरी ने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी। मुलाकात के बारे में शरद पवार ने अपनी बात रखी। अब पीएम मोदी जवाब दे सकते हैं। इसलिए मैं इस मामले में कोई टिप्पणी नहीं करूंगा।
नितिन गडकरी ने कहा कि सरकार या गठबंधन बनाने के लिए सबकी सहमति का होना जरूरी होता है और महाराष्ट्र में इसके लिए मुझसे भी राय ली गई थी। अजित पवार ने देवेंद्र फडणवीस के साथ मिलकर कैसे सरकार बनाई, इसके बारे में केवल फडणवीस ही जवाब दे सकते हैं।
कोर्ट ने कहा, 'जमानत का फैसला केस की मेरिट पर निर्भर करता है। जमानत देना कानून के प्रावधान में है।' कोर्ट ने चिदंबरम को 2 लाख के निजी मुचलके और बिना अनुमति देश नहीं छोड़ने की शर्त पर जमानत दी है।