जेल से बाहर निकलते समय पी. चिदंबरम के हाथ में थी कौन सी किताब?
नई दिल्ली। कांग्रेस सांसद पी चिदंबरम मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जमानत मिलने के बाद बुधवार को जेल से बाहर आ गए। पूर्व केंद्रीय मंत्री 106 दिन बाद जेल से छूटे हैं। जेल के छूटने के बाद उनकी जो तस्वीरें मीडिया में आईं, उनमें वो हाथ में एक किताब लिए दिख रहे हैं। इसको लेकर सोशल मीडिया पर भी पूछा जा रहा है कि ये कौन सी किताब है। दरअसल, चिदंबरम के हाथ में तमिल कवि तिरुवल्लुवर की लिखी थिरूकुरल की कॉपी है।
तमिल साहित्य में 'थिरूकुरल' का बड़ा स्थान
74 साल के हाथ में 'थिरूकुरल' की कॉपी थी। 'थिरूकुरल' को बेहद मशहूर तमिल कवि तिरुवल्लुवर ने लिखा है। तमिल साहित्य में नीति पर आधारित कृति थिरूकुरल, जिसे कुराल भी कहा जाता है दक्षिण भारत में काफी लोकप्रिय है।
बुधवार को मिली जमानत
पी चिदंबरम 106 दिन जेल में रहने के बाद बुधवार को जमानत पर छूटे हैं। चिदंबरम पर आरोप है कि 2007 में जब वो केंद्रीय वित्तमंत्री थे तो उस समय आईएनएक्स मीडिया समूह को विदेशों से मिली 305 करोड़ रुपये की फंडिंग के दौरान विदेशी निवेश प्रोत्साहन बोर्ड से क्लीयरेंस में अनियमितताएं बरती गईं। 21 अगस्त को सीबीआई ने उन्हें घर से ही गिरफ्तार किया था।
जमानत होते ही केंद्र सरकार पर हमलावर
बुधवार को जेल से छूटे चिदंबरम गुरुवार को संसद पहुंचे और प्याज की बढ़ती कीमतों को लेकर प्रदर्शन किया। चिदंबरम ने वित्तमंत्री सीतारमण पर निशाना साधते हुए कहा कि देश में प्याज की कीमतें 100 रुपये से ज्यादा हैं लेकिन वित्त मंत्री को महंगे प्याज की परवाह नहीं है।
गुरुवार दोपहर को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर चिदंबरम ने कश्मीर की स्थिति को लेकर भी मोदी सरकार को कटघरे में खड़ा किया। उन्होंने कहा, मैं कल जेल से बाहर आया और आजादी की हवा में सांस ली। सबसे पहले मुझे कश्मीर के 75 लाख लोगों का ख्याल आया जो 4 अगस्त से प्रतिबंधों को झेल रहे हैं। पूर्व मंत्री ने कहा, मैं उन नेताओं के बारे में विशेष रूप से चिंतित हूं, जिन्हें बिना किसी आरोप के हिरासत में रखा गया है। हमें उनकी स्वतंत्रता के लिए लड़ना चाहिए।