चिदंबरम बोले- डेमोक्रेसी इंडेक्स में गिरावट की वजह सत्ता में बैठा 'टुकड़े-टुकड़े गैंग' है
नई दिल्ली। इकानॉमिस्ट द्वारा हाल ही में जारी की गई ग्लोबल डेमोक्रेसी इंडेक्स में भारत की रैंकिंग में बड़ी गिरावट हुई है। पिछले साल के मुकाबले इस साल भारत की 10 पायदान नीचे फिसला है। भारत की रैंकिग में हुई गिरावट के बाद विपक्ष ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने लोकतंत्र सूचकांक में भारत के 10 स्थान लुढ़कने को लेकर गुरुवार को आरोप लगाया कि मौजूदा सरकार में लोकतांत्रिक संस्थाओं को शक्तिहीन किया गया है और सत्ता में बैठे लोग असली 'टुकड़े-टुकड़े गैंग' हैं।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रिय गृह मंत्री पी. चिदंबरम ने मोदी सरकार को घेरते हुए ट्वीट किया कि, भारत लोकतंत्र सूचकांक में 10 स्थान लुढ़क गया। पिछले दो साल के राजनीतिक घटनाक्रमों पर नजदीकी नजर रखने वाला कोई भी व्यक्ति यह जनता है कि लोकतंत्र को कुचला गया है और लोकतांत्रिक संस्थाओं को शक्तिहीन किया गया है। उन्होंने आरोप लगाया, 'जो लोग सत्ता में हैं वो असली टुकड़े-टुकड़े गैंग हैं। चिदंबरम ने कहा, भारत जिस दिशा में बढ़ रहा है उससे दुनिया सशंकित है। हर देशभक्त भारतीय को चिंतित होना चाहिए।
इससे पहले कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने 2014 के बाद लोकतंत्र में गिरावट को लेकर मोदी सरकार पर जबरदस्त हमला बोला। उन्होंने डेमोक्रेसी इंडेक्स में गिरावट की चार वजह भी बताईं हैं। सिंघवी ने बताया कि 4 कसौटी हैं जिनमें 2014 से परिवर्तन हुआ है। 1- भय है? राजनीतिक दुरुपयोग सरकारी तंत्र का दुरुपयोग,2- असहिष्णुता अपने एक रंग में हर आदमी को रंग देना, छात्रों पर हमले हैं?, 3- द्वेष और प्रतिशोध की भावना, 4- सामाजिक, सांस्कृतिक एकरूपता सब कुछ एक जैसा होना चाहिए।
बता दें कि, इस सूची में पहले स्थान पर नॉर्वे का नाम है। उसके बाद आइसलैंड और स्वीडन का नंबर आता है। शीर्ष 10 में अन्य देशों में चौथे स्थान पर न्यूजीलैंड, फिनलैंड (5वें), आयरलैंड (6वें), डेनमार्क (7वें), कनाडा (8वें), ऑस्ट्रेलिया (9वें) और स्विट्जरलैंड (10वें) शामिल हैं। इस सूची में उत्तर कोरिया 167 वें स्थान पर वैश्विक रैंकिंग में सबसे नीचे है। इस सूची में पाकिस्तान 4.25 के स्कोर के साथ 108वें स्थान पर है, जबकि श्रीलंका 6.27 के स्कोर के साथ 69वें स्थान और बांग्लादेश 5.88 स्कोर के साथ 80वें स्थान पर है।
डेमोक्रेसी इंडेक्स में भारत की रैंकिंग में भारी गिरावट, एक साल में 10 पायदान फिसला