देश के 17 शहरों में हफ्तेभर के अंदर शुरू होगा ऑक्सफोर्ड वैक्सीन का क्लिनिकल ट्रायल
नई दिल्ली: देश में अब रोजाना कोरोना के 50 हजार से ज्यादा मामले सामने आने लगे हैं। जिस वजह से संक्रमित मरीजों की संख्या 19 लाख के पास पहुंच गई है। जब तक कोरोना की वैक्सीन नहीं आ जाती, तब तक हालात ऐसे ही रहेंगे। हाल ही में ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी ने कोरोना वायरस की वैक्सीन बनाने का दावा किया था। जिसका उत्पादन भारत में होगा। इसके लिए भारत सरकार ने ऑक्सफोर्ड वैक्सीन के फेस-2 और 3 के क्लिनिकल ट्रायल को मंजूरी दे दी है। ये फेस सफल होने पर वैक्सीन का उत्पादन शुरू हो जाएगा।
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मामले में आईसीएमआर के डायरेक्टर डॉ. बलराम भर्गाव ने बताया कि सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया को ऑक्सफोर्ड वैक्सीन के फेस-2 और 3 के क्लिनिकल ट्रायल की मंजूरी दे दी गई है। ये एक हफ्ते के अंदर देश के 17 शहरों में शुरू हो जाएगा। उन्होंने बताया कि मौजूदा वक्त में देश में तीन वैक्सीन क्लिनिकल ट्रायल के अलग-अलग फेस में हैं। जिसमें से भारत बायोटेक और Zydus Cadila ने फेस-1 के ट्रायल को पूरा कर लिया है। अब ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की वैक्सीन के दूसरे और तीसरे चरण का ट्रायल शुरू होगा।
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सीरम
इंस्टीट्यूट
से
उम्मीदें
ज्यादा
सीरम
इंस्टीट्यूट
में
अप्रैल
में
ही
वैक्सीन
का
काम
शुरू
हो
गया
था।
मई
की
शुरुआत
में
दुनिया
की
सबसे
बड़ी
वैक्सीन
निर्माता
सीरम
इंस्टीट्यूट
के
कोल्ड
स्टोर
में
एक
बड़ा
स्टील
बॉक्स
आया
था।
जो
पूरी
तरह
से
सील
था।
सीरम
इंस्टीट्यूट
भारत
के
अमीर
परिवारों
में
शामिल
अदारवाला
परिवार
का
संस्थान
है।
ये
संस्थान
फिलहाल
वैक्सीन
की
दौड़
में
आगे
दिख
रहा
है।
सीईओ
अदार
पूनावाला
का
कहना
है
कि
बड़ी
तादाद
में
वैक्सीन
बनाने
पर
उनका
जोर
है।
उनका
लक्ष्य
प्रति
मिनट
500
डोज
तैयार
करने
का
है।