ऑक्सफोर्ड की कोरोना वैक्सीन का नाम भारत में Covishield, इन शहरों के 5000 लोगों पर ट्रायल
पुणे। ऑक्सफोर्ड-एस्ट्रा जेंका की कोविड-19 वैक्सीन के सकारात्मक नतीजों ने दुनिया को एक नई उम्मीद दी है। पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट के मुखिया अदार पूनावाला इस वैक्सीन के शुरुआती ट्रायल्स में आए पॉजिटिव रिजल्ट्स के बाद काफी उत्साहित हैं। भारत में कोविड-19 की वैक्सीन को तैयार करने के लिए उन्होंने कमर कस ली है। पूनावाला ने बताया है कि वह वैक्सीन की डोजेज के लिए शुरुआती ट्रायल्स के लिए तैयार हैं। एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि कोविड-19 की इस वैक्सीन को भारत में कोविशील्ड के नाम से डिस्ट्रीब्यूट किया जाएगा।
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1,000 रुपए से कम होगी डोज की कीमत
एक रिपोर्ट के मुताबिक ऑक्सफोर्ड की AZD122 वैक्सीन को भारत में कोविशील्ड नाम दिया जाएगा। भारत में वैक्सीन की एक डोज की कीमत 1,000 रुपए से भी कम होगी। अगर सबकुछ ठीक रहा तो फिर सीरम इंस्टीट्यूट नंवबर माह तक वैक्सीन को लॉन्च कर देगा। अदार पूनावाला ने बताया है कि भारत में 5,000 लोगों पर इसका क्लीनिकल ट्रायल होगा। अगस्त के अंत में ट्रायल शुरू होगा और जो लोग चुने जाएंगे वह मुंबई और पुणे से होंगे। अदार ने बताया है कि वैक्सीन की 50 प्रतिशत डोज जो उनकी फर्म तैयार करेगी, उसे भारत में सप्लाई किया जाएगा जबकि बाकी 50 प्रतिशत दूसरे देशों को भेजी जाएगी।
DCGI से मंजूरी की तैयारी
अदार पूनावाला के मुताबिक सरकार की तरफ से वैक्सीन खरीदी जाती है। इन दवाईयों को सरकारी प्रतिरक्षात्मक कार्यक्रमों के तहत खरीदा जाता है और सरकार ही इसकी कीमत अदा करती है। इंडिया टुडे को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा, 'हमनें कहा है कि हम वैक्सीन का आधा उत्पादन भारत को देंगे जबकि आधा दूसरे देशों को जाएगा। हमें इस बात को समझना होगा कि यह एक वैश्विक संकट है और दुनिया भर के लोगों की सुरक्षा करना जरूरी है। ऐसे में यह बात सबसे महत्वपूर्ण है कि पूरी दुनिया के लोगों को एक समान तरीके से कैसे इम्यून किया जाए।' इससे पहले अदार ने कहा था कि उनकी कंपनी डीसीजीई से भारत में वैक्सीन के फेज 3 ट्रायल्स के लिए मंजूरी लेगी जल्द ही इसका उत्पादन शुरू कर दिया जाएगा।
देश का सबसे बड़ा वैक्सीन इंस्टीट्यूट
सीरम इंस्टीट्यूट दुनिया के सबसे बड़े वैक्सीन उत्पादकों में शामिल है। उन्होंने भारत के लिए इस वैक्सीन की योजनाओं पर विस्तार से बताया है। उन्होंने बताया है कि उनकी कंपनी की योजनाएं क्या हैं और न सिर्फ भारत बल्कि हर उस देश के लिए वैक्सीन सुनिश्चित करना चाहते हैं जिनकी आय कम है। उन्होंने एस्ट्रा-जेंका ऑक्सफोर्ड की वैक्सीन के शुरुआती नतीजों को लेकर खुशी जताई है। उन्होंने कहा, 'हम इसके ट्रायल के लाइसेंस के लिए भारतीय रेगुलेटर के पास एक हफ्ते में आवदेन भेजेंगे। जैसे ही हमें मंजूरी मिल जाएगी, हम भारत में वैक्सीन का ट्रायल शुरू कर देंगे। इसके साथ ही हम भारी मात्रा में इसका उत्पादन भी स्टार्ट कर देंगे।'
एक साल के अंदर एक अरब डोज
एक साल के अंदर एक अरब डोज उनसे पूछा गया कि भारत में वैक्सीन कैंडीडेट का ह्यूमन ट्रायल कब से शुरू होगा? इस पर उन्होंने जवाब दिया, 'अगस्त में हम इसके ह्यूमन ट्रायल की उम्मीद कर रहे हैं।' अदार ने यह भी बताया है कि भारत में अगले एक साल के अंदर एस्ट्रा जेंका ऑक्सफोर्ड वैक्सीन की एक अरब डोज को तैयार किया जाएगा। अदार पूनावाला ने यह जानकारी भी दी है कि सीरम इंस्टीट्यूट और एस्ट्रा जेंका के बीच भारत में वैक्सीन के प्रोडक्शन की पार्टनरशिप हो चुकी है। दूसरे देशों में भी यह साझेदारी क्लीनिकल ट्रायल के फेज III में है। उन्होंने कहा है कि भारत के अलावा दूसरे देशों के लिए सीरम इंस्टीट्यूट वैक्सीन की डोज तैयार करेगा।