2024 में राहुल या केजरीवाल को अकेले पीएम मोदी के खिलाफ उतारा तो.....ओवैसी ने विपक्ष से कह दी बड़ी बात
हैदरादाबाद के सांसद और AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने 2024 के लोकसभा चुनाव में विपक्षी एकता पर जोर दिया है। लेकिन, उन्होंने यह भी कहा कि अगर केजरीवाल बनाम मोदी या राहुल बनाम मोदी हुआ तो बीजेपी फायदे में रहेगी।
हैदराबाद के सांसद असुद्दीन ओवैसी ने पीएम मोदी के सामने किसी एक विपक्षी चेहरे को उतारने को लेकर बहुत बड़ी बात कही है। उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और राहुल गांधी का नाम भी लिया है और कहा है कि विपक्ष को 2024 के लोकसभा चुनावों में सभी 540 सीटों पर एकजुटता के साथ लड़ना होगा, तभी पीएम मोदी या बीजेपी को हराया जा सकता है। गौरतलब है कि आम चुनावों में अभी एक साल से भी ज्यादा बचे हैं, लेकिन विपक्ष की ओर से पीएम पद के उम्मीदवारों के लिए कई नाम सामने आ रहे है। ओवैसी ने इन्हीं हालातों पर अपनी बात रखी है।
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विपक्ष का एक चेहरा हुआ तो पीएम मोदी को फायदा- ओवैसी
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के चीफ और हैदराबाद से पार्टी सांसद असदुद्दीन ओवैसी 2024 के लोकसभा चुनावों को लेकर विपक्षी पार्टियों को एक बड़ी नसीहत देने की कोशिश की है। उन्होंने कहा है कि अगर विपक्ष ने 2024 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ किसी भी एक खास चेहरे को उतारा तो इससे स्पष्ट तौर पर भाजपा को फायदा मिलेगा। ओवैसी ने ऐसे समय में विपक्ष से यह बात कह दी है, जब कई विपक्षी दल अपने-अपने नेताओं को प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर उतारने का मंसूबा पाल रहे हैं। राहुल गांधी के लिए तो मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ इसकी पैरवी भी चुके हैं।
'मोदी बनाम केजरीवाल या राहुल होता है, तो पीएम को फायदा होगा'
ओवैसी ने एएनआई के 'पॉडकास्ट विद स्मिता प्रकाश' के ताजा एपिसोड में लोकसभा चुनावों में बीजेपी को हराने के लिए प्रत्येक सीट पर विपक्ष को एकजुट होने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा, 'विपक्ष को सभी 540 संसदीय क्षेत्रों में कड़ी चुनौती पेश करनी चाहिए। अगर एक विपक्षी चेहरा बीजेपी के खिलाफ लड़ता है तो उन्हें फायदा मिलेगा। अगर यह मोदी बनाम केजरीवाल या राहुल गांधी होता है, तो प्रधानमंत्री को फायदा होगा।'
आम आदमी पार्टी कर रही है केजरीवाल की पैरवी
2019 में भी विपक्ष ने मोदी सरकार को सत्ता से बेदखल करने के लिए महागठबंधन बनाने की कोशिश की थी। लेकिन, यह गठबंधन भारतीय जनता पार्टी के आगे टिक नहीं पाया। अभी से 2024 के लोकसभा चुनावों की चर्चा शुरू हो चुकी है और दिल्ली और पंजाब में सत्ताधारी आम आदमी पार्टी ने राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा पाने के बाद हाल ही में दावा किया था कि यह चुनाव अरविंद केजरीवाल और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच होगा। आम आदमी पार्टी तो यहां तक दावा कर चुकी है कि केजरीवाल की लोकप्रियता के चलते बीजेपी और पीएम मोदी हिल चुके हैं। उसका कहना है कि दिल्ली में उसकी सरकार के मॉडल से राष्ट्रीय स्तर पर उसका प्रभाव बढ़ रहा है।
केसीआर भी हैं रेस में!
2024 में राष्ट्रीय स्तर पर अपनी भूमिका देखने में तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव भी पीछे नहीं हैं। उनकी पार्टी का केंद्र की सरकार से अभी छत्तीस का आंकड़ा चल रहा है। राष्ट्रीय उम्मीद के चक्कर में केसीआर ने अपनी पार्टी तेलंगाना राष्ट्र समिति का नाम भारत राष्ट्र समिति भी कर लिया है। यह पार्टी भी आने वाले लोकसभा चुनाव में केंद्र से भाजपा सरकार को बेदखल करने का दावा कर रही है।
ममता पर ओवैसी को यकीन नहीं
जब ओवैसी से पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी के बारे में पूछा गया कि क्या उन्हें पीएम मोदी के खिलाफ चेहरा बनाना चाहिए तो एआईएमआईएम चीफ बोले, 'ममता बनर्जी ने (हाल ही में) केंद्रीय मंत्री अमित शाह के साथ एक बैठक की है। इसलिए यह निश्चित तौर पर नहीं कहा जा सकता कि क्या उन्हें पीएम मोदी के खिलाफ विपक्ष का चेहरा बनाना चाहिए।' इससे पहले ममता ने सभी विपक्ष-शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों से कहा था कि सब साथ आएं और 2024 में बीजेपी से मिलकर मुकाबला करें। ओवैसी बोले, 'सीएम बनर्जी ने बीजेपी के खिलाफ एक प्रस्ताव पास किया, लेकिन फिर पीएम मोदी की सराहना करने लगीं।'