रिपोर्ट: एक साल में 5000 करोड़पतियों ने छोड़ा भारत, पहले नंबर पर है ये देश
नई दिल्ली। भारत के ईज ऑफ डूइंग बिजनेस रैंकिंग में बड़ी छलांग लगाने और विश्व की सबसे तेजी से आगे बढ़ती अर्थव्यवस्था के दावे के बीच एक बड़ी सच्चाई सामने आई है। हाल ही सामने आई एक रिपोर्ट के अनुसार बड़ी संख्या में भारत के अमीर लोग देश छोड़कर विदेश भाग रहे हैं। साल 2018 में भारत के 5000 करोड़पति लोगों ने देश छोड़ दिया है। इस मामले में भारत विश्व में तीसरे नंबर पर है। हालांकि, यह भारत के करोड़पति लोगों की संख्या का मात्र 2 फीसदी है। करोड़पति लोगों के देश छोड़ने के मामले में चीन 15000 लोगों के साथ टॉप पर है।
अफ्रेशिया बैंक एंड रिसर्च फर्म न्यू वर्ल्ड वेल्थ की ओऱ से ग्लोबल वेल्थ माइग्रेशन रिव्यू, 2019 के नाम से जारी की गई है। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि, साल 2018 में भारत में देश छोड़ने वाले अमीर व्यक्तियों की संख्या ब्रिटेन से भी अधिक रही जबकि ब्रिटेन में ब्रेक्जिट के कारण राजनीतिक उठापटक के हालात बने हुए हैं। पिछले तीन दशकों से ब्रिटेन बड़ी संख्या में अमीरों को आकर्षित करने के मामले में टॉप देशों में शुमार रहता था लेकिन ब्रेक्जिट के कारण पिछले दो सालों में हालात बदल गए हैं
रिपोर्ट के मुताबिक, 2017 में 7,000 भारतीय करोड़पतियों ने अपना स्थायी निवास किसी अन्य देश को बना लिया। वर्ष 2016 में यह संख्या 6,000 और 2015 में 4,000 थी। भारत छोड़कर अन्य देशों में जा रहे आधिकतर लोग अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया में बसना चाहते हैं। ग्लोबल वेल्थ माइग्रेशन रिव्यू 2019 के अनुसार, अमीरों के पलायन के मामले में चीन पहले नंबर पर है जिसका कारण अमेरिका के साथ जारी उसकी व्यापारिक लड़ाई है। वहीं पिछले हफ्ते अमेरिका द्वारा लगाए गए नए शुल्क के कारण विश्व की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था चीन के लिए हालात और खराब हो सकते हैं।
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वहीं ग्लोबल इकॉनोमी में जारी उतार-चढ़ाव के बीच रूसी अर्थव्यवस्था के फंसे होने के कारण रूस अमीरों के पलायन के मामले में रूस दूसरे स्थान पर है। रिपोर्ट में तेजी से बढ़ती असमानता की खाई का उल्लेख करते हुए उसे भारतीय अर्थव्यवस्था की सबसे गंभीर समस्या बताया गया है। उच्च संपत्ति वाले व्यक्तियों के पास देश की लगभग आधी संपत्ति है। वैश्विक स्तर पर यह आंकड़ा जहां औसतन 36 फीसदी का है तो वहीं भारत में 48 फीसदी है।
इस रिपोर्ट में साफ तौर पर कहा गया है कि, भले ही अमीर लोग भारत छोड़कर जा रहे हैं लेकिन अगले 10 सालों में भारत की कुल संपत्ति में भारी इजाफा देखने को मिलेगा। संपत्ति पैदा करने के मामले में साल 2028 तक भारत ब्रिटेन और जर्मनी को पीछे छोड़कर दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा। रिपोर्ट के अनुसार भारत में 3,27,100 लोग वर्ग में आते हैं। इस मामले में भारत का विश्व में 9वां स्थान है। यदि अरबपतियों की बात की जाए तो भारत इस मामले में विश्व में तीसरे स्थान पर आता है।
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