Beggars in India:लक्षद्वीप में सिर्फ 2 भिखारी, जानें कौन सा राज्य टॉप पर, किस नंबर पर उत्तर प्रदेश
नई दिल्ली। देश में भिखारियों की संख्या को लेकर सामाजिक कल्याण मंत्रालय ने लोकसभा में जवाब दिया है। एक सवाल के जवाब में सामाजिक कल्याण मंत्रालय ने लोकसभा में भारत में भिखारियों की संख्या को लेकर आंकड़े पेश किए है। इन आंकड़ों में किस राज्य में कितने भिखारी है, कितने पुरूष और कितनी महिला भिखारी है इसे लेकर आंकड़े पेश किए है? इन आंकड़ों के मुताबिक भिखारियों की संख्या के लिहाज से पूर्वोत्तर के राज्यों की स्थिति काफी बेहतर है, जबकि सबसे खराब हालत पश्चिम बंगाल की है।
भारत में भिखारियों की संख्या
सामाजिक कल्याण मंत्रालय द्वारा दिए गए आंकड़ों के मुताबिक भारत में भिखारियों की संख्या कुल 413760 है, जिसमें 221673 भिखारी पुरुष हैं और 191997 महिलाएं है। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि किस राज्य में कितने भिखारी हैं और कहां भिखारियों की संख्या सबसे कम है?
कौन सा राज्य नंबर 1
भिखारियों की संख्या के आधार पर पश्चिम बंगाल में भिखारियों की संख्या सबसे ज्यादा है। यहां 81224 भिखारी इनमें 33086 पुरुष और 48158 महिलाएं हैं। है। इसके बाद दूसरे नंबर पर देश का सबसे बड़ा राज्य उत्तर प्रदेश है, जहां भिखारियों की संख्या 65838 भिखारी हैं, इनमें 41859 पुरुष और 23976 महिलाएं है।
पूर्वोत्तर के राज्यों की स्थिति बेहतर
आंकड़ों को मुताबिक पूर्वोत्तर के राज्यों की स्थिति काफी बेहतर है। पूर्वोत्तर के राज्यों में भीख मांगकर अपना जीवनयापन करने वाले लोगों की संख्या बेहद कम है। जहां अरुणाचल प्रदेश में सिर्फ 114 भिखारी हैं तो वहीं नगालैंड में 124 भिखारी है, जबकि मिजोरम में सिर्फ 53 भिखारी है।
सबसे बेहतर स्थिति किस राज्य की
आंकड़ों के मुताबिक भिखारियों की संख्या के मुताबिक सबसे बेहतर स्थिति लक्षद्वीप की है, जहां केवल 2 भिखारी ही हैं। जबकि संघ शासित प्रदेश दमन और दीव में 22 भिखारी हैं ।अगर पर्वतीय इलाकों की बात करें तो यहां भी भिखारियों की संख्या काफी कम है। उत्तराखंड में 3320 और हिमाचल में 809 भिखारी हैं।