CAA-NRC के विरोध में नसीरुद्दीन शाह समेत 300 हस्तियों ने लिखा Open Letter
मुंबई। मशहूर अभिनेता नसीरुद्दीन शाह , फिल्म निर्माता मीरा नायर, गायक टीएम कृष्णा, लेखक अमिताव घोष, इतिहासकार रोमिला थापर समेत 300 से ज्यादा गणमान्य हस्तियों ने संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) का विरोध करने वाले छात्रों को सही ठहराते हुए एक ओपन लेटर जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि सीएए और एनआरसी भारत के लिए खतरा है।
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'हम सीएए और एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन करने वालों के साथ'
'इंडियन कल्चरल फोरम' में प्रकाशित हुए बयान में इन हस्तियों ने कहा कि हम सीएए और एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन करने वाले और बोलने वालों के साथ खड़े हैं, हम भारतीय संविधान के सिद्धांतों को बनाए रखने के लिए उनके सामूहिक विरोध को सलाम करते हैं, ये वक्त की गुहार है कि हम अपने सैद्धांतिक मूल्यों का बनाए रखने के लिए इस विरोध में साथ खड़े हों।
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'इस वक्त देश में भारत की आत्मा खतरे में है'
इन लोगों के लिखित बयान में कहा गया है कि इस वक्त भारत की आत्मा खतरे में हैं, हमारे लाखों भारतीयों की जीविका और नागरिकता खतरे में है. एनआरसी के तहत, जो कोई भी अपनी वंशावली (जो कई के पास है भी नहीं) साबित करने में नाकाम रहेगा, उसकी नागरिकता जा सकती है इसलिए हम इसके खिलाफ है, इस बयान में कहा गया है कि एनआरसी के तहत जिसे भी अवैध कहा जाएगा, उसे CAA के तहत नागरिकता दे दी जाएगी सिवाय मुस्लिमों के।
'धर्म के आधार पर लोगों को नहीं बांटा जा सकता है'
मालूम हो कि बयान पर हस्ताक्षर करने वालों में लेखिका अनीता देसाई, किरण देसाई, अभिनेत्री रत्ना पाठक शाह, जावेद जाफरी, नंदिता दास, लिलेट दुबे, समाजशास्त्री आशीष नंदी, कार्यकर्ता सोहेल हाशमी और शबनम हाशमी शामिल हैं।
मशहूर हस्तियों ने उठाए सवाल
इन लोगों ने श्रीलंका, चीन और म्यामां जैसे पड़ोसी देशों को CAA से बाहर रखने पर सवाल उठाए हैं, इन लोगों का कहना है कि धर्म के आधार पर लोकतंत्र में बंटवारा नहीं हो सकता है, हम इसका पुरजोर विरोध करते हैं।
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