300 से ज्यादा शिक्षाविदों की उपराष्ट्रपति को चिट्ठी, एमसीयू के पूर्व वीसी कुठियाला पर दर्ज एफआईआर वापस लेने की मांग
एमसीयू मामले पर 300 शिक्षाविदों की उपराष्ट्रपति से दखल की मांग
नई दिल्ली। माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय, भोपाल के पूर्व कुलपति बृजकिशोर कुठियाला और 19 अन्य प्रोफेसर, कर्मचारियों के खिलाफ दर्ज एफआईआर वापस लेने के लिए 300 से ज्यादा शिक्षाविदों ने उपराष्ट्रपति को चिट्ठी लिखी है। शिक्षाविदों ने अपनी चिट्ठी में उपराष्ट्रपति वैंकेया नायडू से आग्रह किया है कि वो तुंरत इस मामले में दखल दें और कुठियाला समेत 20 लोगों पर जो एफआईआर की गई है, उसे खत्म किया जाए। चिट्ठी में कुठियाला और अन्य के खिलाफ कार्रवाई की आलोचना की गई है और उपराष्ट्रपति से मामले में दखल की गुजारिश की गई है।
आर्थिक अपराध अन्वेषण प्रकोष्ठ (ईओडब्ल्यू) में माखनलाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय(एमसीयू) के पूर्व कुलपति बृजकिशोर कुठियाला सहित 20 प्रोफेसर कर्मचारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। पूर्व कुलपति कुठियाला पर मध्य प्रदेश के बाहर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से संबंधित संस्थानों और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के आयोजनों में विवि की राशि के दुरुपयोग का आरोप लगाया गया है।
करीब 21 लाख रुपए से ज्यादा की राशि का दुरुपयोग एफआईआर में बताया है। आरोपियों में पूर्व मंत्री विश्वास सारंग की बहन आरती सारंग का नाम भी है। 2010 से 2018 के बीच हुई गड़बड़ियों को लेकर ईओडब्ल्यू ने यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार दीपेंद्र सिंह बघेल के आवेदन और दस्तावेजों के परीक्षण के आधार पर एफआईआर दर्ज की है। कहा गया है कि 2010 से 2018 के बीच कुलपति रहे बृजकिशोर कुठियाला ने विवि में नियम विरुद्ध नियुक्तियां कीं और राशि को प्रदेश के बाहर जाकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के आयोजनों पर खर्च किया।
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