राजस्थान में पाकिस्तान बॉर्डर पर इंडियन आर्मी के 'विजय प्रहार' को अंजाम दे रहे 20,000 सैनिक और हजारों टैंक्स
राजस्थान में पाकिस्तान सीमा के नजदीक इस समय इंडियन आर्मी के 20,000 से ज्यादा सैनिकों का जमावड़ा है। चौंकिंए मत ये सभी सैनिक दरअसल एक मिलिट्री ड्र्रिल के तहत राजस्थान में इकट्ठा हैं। इस मिलिट्री ड्रिल को 'विजय प्रहार' नाम दिया गया है।
नई दिल्ली। राजस्थान में पाकिस्तान सीमा के नजदीक इस समय इंडियन आर्मी के 20,000 से ज्यादा सैनिकों का जमावड़ा है। चौंकिंए मत ये सभी सैनिक दरअसल एक मिलिट्री ड्र्रिल के तहत राजस्थान में इकट्ठा हैं। इस मिलिट्री ड्रिल को 'विजय प्रहार' नाम दिया गया है। इस ड्रिल का मकसद इंडियन एयरफोर्स (आइएफ) और सेना के बीच आपसी सहयोग को बढ़ावा देना है। आपको बता दें कि हाल ही में आइएएफ की मेगा वॉर एक्सरसाइज गगनशक्ति-2018 खत्म हुई है। राजस्थान में चल रही इस मिलिट्री ड्रिल में सेना की हमला करने की क्षमताओं को परखा जा रहा है।
पाकिस्तान से सिर्फ 300 किमी दूर जारी अभ्यास
सेना के प्रवक्ता की ओर से जानकारी दी गई कि एक्सरसाइज विजय प्रहार में 20,000 से ज्यादा सैनिक शामिल हैं। ये एक्सरसाइज राजस्थान से सटे पाकिस्तान बॉर्डर के एकदम नजदीक हो रही है। यह वॉर एक्सरसाइज महाजन फायरिंग रेंज में हो रही है और यह जगह सूरतगढ़ के एकदम नजदीक है। सूरतगढ़, पाकिस्तान के एकदम करीब है और यहां से पाकिस्तान की बॉर्डर पोस्ट सिर्फ 300 किलोमीटर दूर है। यह वॉर एक्सरसाइज करीब एक माह से जारी है और नौ मई को खत्म होगी। इसके जरिए इंडियन एयरफोर्स और सेना के बीच आपसी तालमेल को बढ़ाना भी है।
सेना परख रही अपनी ताकत
सेना के प्रवक्ता की ओर से बताया गया है कि एक्सरसाइज के जरिए उन खतरों से निबटने की क्षमता को परखा जा रहा है जो हवा या फिर जमीन के जरिए देश को नुकसान पहुंचा सकते हैं। एक्सरसाइज में ज्वॉइन्ट एयर और लैंड ऑपरेशन में सैंकड़ों एयरक्राफ्ट, हजारों टैंक्स और गोला बारूद का प्रयोग हो रहा है। इसके अलावा रीयल टाइम इंटेलीजेंस सपोर्ट, सर्विलांस, रेकी और लॉजिस्टिक सपोर्ट भी इस एक्सरसाइज का हिस्सा है। एक्सरसाइज में शामिल ट्रूप्स कुछ खास कॉन्सेप्ट्स का अभ्यास कर रहे हैं और उन्हें प्रयोग कर रहे हैं। ट्रूप्स इस एक्सरसाइज में हथियारों के साथ मॉर्डन टेक्नोलॉजी के सेंसर्स, अटैक हेलीकॉप्टर्स का प्रयोग और साथ ही साथ स्पेशल फोर्सेज को आक्रामक तरीके से दुश्मन के खिलाफ प्रयोग कर रहे हैं।
हाल ही में खत्म हुआ है गगनशक्ति
हाल ही में इंडियन एयरफोर्स (आईएएफ) का मेगा युद्धाभ्यास गगनशक्ति 2018, 13 दिन के बाद खत्म हुआ है। इस युद्धाभ्यास के जरिए आईएएफ ने चीन और पाकिस्तान की तरफ से आती चुनौतियों के मद्देनजर अपनी ताकत को परखा है। इसके साथ ही आइएएफ ने परमाणु और बायोलॉजिकल वॉर की संभावना में अपनी ताकत को भी परखा है। इस युद्धाभ्यास के जरिए आइएएफ क्षेत्र में बदलते हालातों के बीच अपनी क्षमताओं का जायजा लेना चाहती थी। गगनशक्ति-2018 आठ अप्रैल से 20 अप्रैल तक चली थी और इसके जरिए किसी भी चुनौती से निबटने के लिए एयरफोर्स अपने ऑपरेशनल प्लान्स की सफलता देखना चाहती थी। इसमें परमाणु युद्ध के अलावा चीन और पाकिस्तान के साथ दो तरफा संभावित युद्ध भी शामिल है।
गगनशक्ति पर थीं पाक की नजरें
इस एक्सरसाइज में इंडियन एयरफोर्स के फाइटर जेट्स ने 11,000 से ज्यादा सॉर्टीज को पूरा किया था जिसमें 9,000 सॉर्टीज फाइटर एयरक्राफ्ट की ओर से अंजाम दी गई थीं। आइएएफ की ओर से यह एक्सरसाइज ऐसे समय में हुइ है जब चीन, भारत से सटी सीमा पर अपनी तैयारियों को बढ़ा रहा है तो वहीं पाक के साथ भी एलओसी पर तनाव बढ़ता जा रहा है।एक्सरसाइज को रेगिस्तान, ऊंचाई वाले इलाकों जैसे लद्दाख और कोस्टल बॉर्डर पर अंजाम दिया गया है। खास बात है कि इस एक्सरसाइज पर पाकिस्तान की भी नजरें थीं।