मंदी पर बहस के बीच इंफोसिस के को-फाउंडर ने अर्थव्यवस्था को लेकर कही बड़ी बात
नई दिल्ली। इन्फोसिस टेक्नोलॉजीज के को-फाउंडर नारायण मूर्ति ने कहा कि 300 साल में पहली बार है, जब हम आत्मविश्वास जगाने वाली अर्थव्यवस्था के मुकाम पर हैं। उन्होंने कहा कि हम गरीबी से पार पाने और हर भारतीय के लिए बेहतर भविष्य का निर्माण कर सकते हैं। गोरखपुर के मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के चौथे दीक्षान्त समारोह में बोल रहे थे।
नारायण मूर्ति ने कहा कि आज के युवा चारों ओर छाए अंधेरे को मिटाने को तैयार हैं। सबके लिए देश को बेहतर बनाने की ऊर्जा उनमें है। उन्होंने एमएमटीएमयूटी में उपाधि प्राप्त कर रहे युवा इंजीनियरों को बधाई देते हुए कहा कि आप उन चंद भाग्यशालियों में हैं जिनको भारत के विश्वविद्यालय से शिक्षा पूरा करने का अवसर मिला है।
नारायण मूर्ति ने कहा कि तिरंगा लेकर मेरा भारत महान, जय हो बोलना आसान है लेकिन मूल्यों का पालन करना मुश्किल है। हमें राज्य, धर्म और जाति से ऊपर उठकर पहले भारतीय बनना चाहिए। हमारी अर्थव्यवस्था 6 से 7 फीसदी की दर से बढ़ रही है। भारत दुनिया में सॉफ्टवेयर विकास का केंद्र बन गया है। हमारा विदेशी मुद्रा भंडार 400 बिलियन डॉलर को पार कर गया है। निवेशकों का विश्वास ऐतिहासिक रूप से काफी अधिक है।
उन्होंने कहा कि सरकार को अधिक सिटिजन फ्रेंडली होना होगा। सरकार को चाहिए कि वह इन्टरपेन्योरर्स की बाधाएं खत्म करे ताकि रोजगार के अधिक से अधिक अवसर पैदा हो सकें। उन्होंने कहा कि देश की नीति विशेषज्ञता के आधार पर बननी चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें अंधराष्ट्रीयता से बचना चाहिए। नारायण मूर्ति ने कहा कि देश को इन युवाओं से बहुत उम्मीदें हैं। मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के चतुर्थ दीक्षांत समारोह में सीएम योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी मौजूद थीं।
इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोई भी व्यक्ति परफेक्ट नहीं होता, जीवन कुछ ना कुछ सीखते रहने का नाम है। मुख्यमंत्री योगी ने छात्रों से कहा कि डिग्री पाकर केवल नौकरी के पीछे ना भागें, बल्कि समाज के उत्थान में आपकी क्या भूमिका हो सकती है इस पर भी चिंतन करें।