मोदी सरकार के किसान कार्ड की जगह राहुल गांधी के न्यूनतम आय कार्यक्रम पर एकजुट हो सकता है विपक्ष
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव को लेकर एकजुट हुई विपक्षी पार्टियां मोदी सरकार के इकोनॉमिक मास्टर प्लान का काट निकालने की तैयारी में जुटी हुई है। क्योंकि गठबंधन के एक नेता ने दावा किया है कि विपक्षी दल एकजुट होकर संयुक्त आर्थिक योजना तैयार कर रहे हैं। आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और टीडीपी नेता चंद्रबाबू नायडू ने रॉयटर को दिए एक इंटरव्यू में बताया है कि विपक्ष की योजना में कांग्रेस की ओर प्रस्तावित न्यूनतम आय कार्यक्रम को शामिल किए जाने की संभावना है।
राजनीतिक दल सहमति बनाने पर काम कर रहे हैं
चंद्रबाबू नायडू ने कहा है कि कई राजनीतिक दल सहमति बनाने पर काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा है कि किसानों की समस्या बेहद गंभीर मुद्दा है और बेरोजगारी सबसे बड़ा मुद्दा। इसलिए अर्थव्यवस्था पर ध्यान केंद्रीत करने की जरूरत है। बता दें कि राहुल गांधी अपनी रैलियों में किसानों के न्यूनतम आय पर जोर दिया था। बता दें कि गठबंधन को एकजुट करने में चंद्रबाबू नायडू ने अहम भूमिका निभा रहे हैं।
कोलकाता में इकट्ठा हुए थे 23 दलों के नेता
पिछले महीने पश्चिम बंगाल के कोलकाता में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व में एक बड़ी रैली आयोजित की गई थी। जिसमें छोटे-बड़े दलों को मिलाकर कुल 23 पार्टियों के नेता शामिल हुए थे। जिसमें दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, सपा मुखिया अखिलेश यादव, आरजेटी से तेजस्वी यादव के अलावा कांग्रेस पार्टी की ओर राहुल गांधी तो नहीं पहुंचे पाए थे लेकिन उन्होंने पार्टी के दो वरिष्ठ नेताओं को प्रतिनिधि के रूप में भेजा था। हालांकि बसपा सुप्रीमो मायावती ने इस रैली से दूरी बनाई थी।
महागठबंधन के नेतृत्व को लेकर सवाल
आगामी लोकसभा चुनाव में मोदी सरकार को सत्ता से बेदखल करने के लिए एकजुट हुए विपक्षी दलों के गठबंधन में सबसे बड़ी मुश्किल उसके नेतृत्व को लेकर है। क्योंकि चुनाव के तारीखों के ऐलान में अब कुछ ही हफ्ते बचे हैं, लेकिन गठबंधन के नेतृत्व को लेकर अभी तक कोई फैसला नहीं लिया गया है। गठबंधन के नेतृत्व को लेकर पीएम मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह निशाना साध चुके हैं।