राज्यसभा की कार्यवाही एक दिन बढ़ाने पर विपक्ष का विरोध, कहा- हमसे नहीं पूछा गया
नई दिल्ली। संसद के वर्तमान शीतकालीन सत्र में राज्यसभा की कार्यवाही एक दिन के लिए बढ़ाने पर विपक्ष ने एतराज जताया है। इसको लेकर विपक्ष के नेता ससंद में प्रदर्शन कर रहे हैं। कांग्रेस, एनसीपी, वामदल, द्रमुक, सपा और दूसरे विपक्षी दलों के नेताओं का कहना है कि उनको जानकारी दिया बिना राज्यसभा की कार्यवाही बढ़ाई गई है जो कि गलत है। राज्यसभा में नेता विपक्ष गुलाम नबी आजाद ने कहा कि सरकार का रवैया ठीक नहीं है।
वर्तमान शीतकालीन सत्र में राज्यसभा की कार्यवाही एक दिन के लिए बढ़ाकर नौ जनवरी तक कर दी गई है। बताया गया है किस सवर्णों को आरक्षण के लिए प्रस्तावित विधेयक पेश के लिए राज्यसभा की कार्यवाही में एक दिन का विस्तार किया गया है। राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने सरकार के अनुरोध पर सहमति जताकर उच्च सदन की कार्यवाही एक दिन के लिए बढ़ाई।
सवर्णों को रिजर्वेशन: अब करीब-करीब हर भारतीय आरक्षण के दायरे में
शीतकालीन सत्र 11 दिसंबर को शुरू हुआ था और आज (आठ जनवरी) खत्म होने वाला था। अब शीतकालीन सत्र में राज्यसभा की कार्यवाही एक दिन के लिए बढ़ाकर नौ जनवरी तक कर दी गई है।
मोदी सरकार ने सवर्णों को आर्थिक आधार पर सरकारी नौकरी और उच्च शिक्षण संस्थानों में प्रवेश के लिए 10 फीसदी आरक्षण देने का ऐलान किया है। सरकार ये विधेयक मंगलवार को लोकसभा में और बुधवार को राज्यसभा में लाने की तैयारी में है।
पांच जजों की संविधान पीठ 10 जनवरी को करेगी अयोध्या मामले की सुनवाई