मुद्रा लोन: 5 में से सिर्फ एक ने ही शुरू किया नया बिजनेस- रिपोर्ट
Recommended Video
नई दिल्ली। केंद्र की मोदी सरकार ने लोगों को बिजनेस के लिए बढ़ावा देने को लेकर मुद्रा योजना की शुरुआत की थी। सरकार लगातार यह दावा भी करती रही है कि इस योजना के चलते लाखों लोगों को रोजगार प्राप्त हुआ है। लेकिन श्रम मंत्रालय द्वारा जो सर्वे किया गया और उसके बाद जो आंकड़ा सामने आया है उसे अभी तक सरकार ने सार्वजनिक नहीं किया है। हालांकि जो सैंपल सर्वे सामने आया है उसमे यह बात सामने आई है कि मुद्रा लोन लेने वाले पांच में से सिर्फ एक ही व्यक्ति ने नया बिजनेस शुरू किया है, यानि मुद्रा लोन लेने वालों में से महज 20 फीसदी लोगों ने ही नया बिजनेस शुरू किया है।
20 फीसदी रोजगार
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के अनुसार प्रधानमंत्री मुद्रा योजना सर्वे पर ड्राफ्ट रिपोर्ट को श्रम मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले लेबर ब्यूरो ने तैयार किया है, जिसमे इस बात की जानकारी दी गई है अप्रैल 2015 से दिसंबर 2017 के बीच 1.12 करोड़ नई नौकरियों का सृजन हुआ है। जिसमे से 51.06 लाख लोग खुद से बिजनेस कर रहे हैं या फिर किसी के साथ मिलकर काम कर रहे थे। वहीं 60.94 लाख मुद्रा लोन लेने वाले ऐसे लोग थे जिन्होंने कहीं पर नौकरी करते थे। यानि मुद्रा योजना के शुरू होने के बाद 33 महीने में जितने लोगों ने लोन लिया उन्होंने 10 फीसदी से भी कम नौकरी मुहैया कराई है।
5.71 लाख करोड़ का लोन
ड्राफ्ट रिपोर्ट 27 मार्च 2019 को पेश की गई है, जिसमे यह बात सामने आई है कि कुल 97000 लोगों को अप्रैल-नवंबर 2018 के बीच लोन दिया गया है। इस दौरान कुल 5.71 लाख करोड़ रुपए का लोन मुहैया कराया गया, जिसे मुद्रा योजना के तहत शिशु, किशोर, तरुन योजना के तहत दिया गया है। वहीं मुद्रा योजना के शुरू होने के तीन वर्ष तक कुल 12.27 करोड़ रुपए लोन दिया गय था। औसत लोन की बात करें तो यह 46536 रुपए है।
कितने लोगों ने लिया लोन
शिशु लोन जिसके तहत 50 हजार रुपए दिए जाते हैं। 2017-18 में मुद्रा योजना में कुल लोन जो दिया गया है उसमे 42 फीसदी शिशु लोन है। जबकि किशोर लोन जिसमे 50 हजार से पांच लाख रुपए तक दिए जाते हैं, वह 34 फीसदी है, तरुन लोन जिसमे 5-10 लाख रुपए दिए जाते हैं वह 24 फीसदी है। शिशु लोन जिन लोगों को दिए गए हैं उनकी संख्या 7391974 यानि 66 फीसदी है। किशोर लोन लेने वालों की संख्या 2111134 यानि 18.85 फीसदी है। जबकि तरुन लोन लेने वालों की संख्या 1696872 यानि 15.51 फीसदी है।
इसे भी पढ़ें- डीके शिवकुमार के पास है 840 करोड़ रुपए से अधिक की संपत्ति, ईडी की गिरफ्त में