देश भर के लोगों को रुला रही प्याज, जानिए कब कम होगा दाम
बेंगलुरु। मंहगाई की मार झेल रहे आम इंसान को पिछले कई दिनों से प्याज के दाम भी खूब रुला रहा हैं। थाली में प्याज का तड़का लोगों को कुछ महीनों तक अब महंगा पड़ेगा। सभी राज्यों में प्याज के दाम लगातार बढ़ते जा रहे हैं। बेंगलुरु, दिल्ली समेत सभी राज्यों में प्याज 60 से 80 रुपये प्रति किलो बिक रही है। माना जा रहा हैं कि इसके दाम में अभी और बढ़ोतरी होने की संभावना है। वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने दिल्ली में 24 रुपये किलो प्याज बेचने का ऐलान कर दिया है। ऐसे में क्या बाकी राज्यों में सरकारें सस्ती प्याज बेचे इसकी उम्मीद आम इंसान लगाए बैठा हैं।
इसलिए मंडियों तक नहीं पहुंच रही प्याज
प्याज के बढ़े दामों का बड़ा कारण नासिक और राजस्थान, कर्नाटक, महाराष्ट्र समेत अन्य राज्यों में आयी बाढ़ से आवक का कम होना है। बारिश के चलते प्याज का स्टॉक खराब हो चुका है और जो उपलब्ध हैं वो भारी बारिश के चलते आंध्र प्रदेश और कर्नाटक से प्याज की नई खेप मंडियों तक पहुंची ही नहीं है। महाराष्ट्र, राजस्थान और मध्य प्रदेश के किसानों के पास पहले के जो स्टॉक उनके घरों में है, वही स्टॉक मंडियों में आ रहे हैं। इसलिए कीमतों में पिछले कुछ दिनों से बढ़ोतरी हो रही है।करीब दो-तीन महीनों तक प्याज की कीमतों में कमी के आसार नहीं दिख रहे हैं।
3 महीने तक कम नहीं होगी कीमत
ऑनियन मर्चेंट एसोसिएशन के प्रेसिडेंट राजेंद्र शर्मा ने कहा कि दक्षिण भारत के राज्यों में भारी बारिश के कारण प्याज की फसल खराब होने व नई फसल की तैयारी में विलंब हो जाने की आशंकाओं से प्याज की कीमतों को और सपोर्ट मिल रहा है। इनके अनुसार प्याज की सप्लाई काफी कम है। इस मौसम में नई फसल का स्टॉक आंध्र प्रदेश और कर्नाटक से आती है। लेकिन, बारिश के चलते प्याज का स्टॉक खराब हो चुका है। इससे इन दोनों राज्यों से प्याज न के बराबर आ रहा है। मंडियों में नासिक, अलवर और मध्य प्रदेश से आए हुए प्याज के पुराने स्टॉक हैं। प्याज की डिमांड अधिक है। इसके चलते ही कीमतों में बढ़ोतरी हो रही है। महाराष्ट्र और राजस्थान से प्याज की नई खेप नवंबर तक आएगी। करीब दो-तीन महीनों तक प्याज की कीमतों में कमी के आसार नहीं दिख रहे हैं। व्यापारियों का कहना है कि देश के ज्यादातर हिस्सों में अभी भंडारण वाला प्याज बेचा जा रहा है। खरीफ या गर्मियों की फसल नवंबर से बाजार में आएगी।
2015 में भी प्याज ने खूब रुलाया था
साल 2015 में 16 सितंबर को प्याज का थोक दाम 4,300 रुपये प्रति क्विंटल था। उसी साल 22 अगस्त को देश के इतिहास में प्याज के थोक दाम में सबसे ज्यादा इजाफा देखा गया था। आपकी थाली का स्वाद बढ़ाने वाले प्याज के दाम 5,700 रुपये प्रति क्विंटल पर पहुंच गए थे।
10 दिन में 300 फीसदी बढ़े दाम
दिल्ली समेत अन्य राज्यों में पिछले 10 दिनों में प्याज के दाम में अत्यधिक बढ़ोत्तरी हुई है। आलम ये है कि प्याज के दामों में बीते दस दिन में 200 से 300 फीसदी तक इजाफा हुआ है। प्याज व्यापारियों का कहना है कि दो दिन पहले तक लोकल मंडियों में प्याज 30-35 रुपये/ किलोग्राम बिक रही थी, लेकिन आवक में कमी के कारण अब यही प्याज 60 रुपये/ किलोग्राम हो गई है। आने वाले दो-तीन महीनों तक प्याज की कीमतों में कमी होने के आसार नहीं दिख रहे है। महाराष्ट्र और राजस्थान में प्याज की नई फसल का खेप नवंबर तक दिल्ली के मंडियों में आएगा, तब तक कीमतों में कमी मुश्किल है। दिल्ली में बीते शुक्रवार को प्याज की आवक 1,026 टन थी, पूरी दिल्ली की खपत तकरीबन 3,000 टन रोजाना है, लेकिन कीमत बढ़ने से खपत पर भी असर पड़ा है और यह 2,500 टन रह गई है।
राज्यों में प्याज के दाम
उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली में पिछले सप्ताह प्याज की खुदरा कीमत 57 रुपये किलो रही। वहीं मुंबई में यह 56 रुपये, कोलकाता में 48 रुपये और चेन्नई में 34 रुपये किलो थी। गुरुग्राम और जम्मू में प्याज 60 रुपये किलो पर पहुंच गया है। हालांकि, आंकड़ों के अनुसार पिछले सप्ताह के अंत तक प्याज के खुदरा दाम 70 से 80 रुपये किलो पर पहुंच गए. इससे पिछले सप्ताह यह 50 से 60 रुपये किलो थे
केजरीवाल सरकार बेचेगी 24 रुपये प्रति किलो प्याज
बता दें आसमान छूते प्याज के दाम को लेकर दिल्ली सरकार अलर्ट हो गई है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अऱविंद केजरीवाल सरकार ने प्याज बेचने की तैयारी शुरू कर दी है। उन्होंने कहा कि करीब 24 रूपये किलो के दाम में हम प्याज बेचेंगे। इसके लिए सरकार की ओर से जल्द ही निविदा जारी कर दी जाएगी। दिल्ली में प्याज के दाम फुटकर बाजार में 60 से लेकर 80 रूपये किलो तक पहुंच गया है।
केजरीवाल ने कहा कि दो तीन साल पहले भी हमने प्याज के दाम बढ़ने पर राशन की दुकानों के जरिए प्याज बेचे थे। इस बार सरकार उस दिशा में काम शुरू कर चुकी है। उन्होंने कहा कि प्याज को नेफेड से लेकर दुकानों तक पहुंचाने के लिए परिवहन साधनों की जरूरत है। उसके लिए हम निविदा निकालने की तैयारी कर रहे है। उन्होंने कहा कि जल्द ही यह निविदा जारी कर दी जाएगी।
खाद्य एंव आपूर्ति विभाग के मुताबिक नेफेड के साथ इसे लेकर बैठक हो चुकी है। वह रोजाना करीब 200 टन प्याज की आपूर्ति दिल्ली भर में कर सकते है। यह प्यास राशन की दुकानों व सरकार की ओर से जगह-जगह मोबाइल वैन के जरिए यह प्याज बेचे जाएंगे। इसके अलावा मदर डेयरी पर भी प्याज की आपूर्ति की जाएगी जिससे 24 रूपये किलो दाम तक के प्याज बेचे जा सके।
क्या कर रहीं केन्द्र सरकार
केंद्र सरकार ने प्याज की आपूर्ति बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए है। इसके बावजूद प्याज के दाम चढ़ रहे हैं। एक सूत्र ने कहा, सरकार ने पिछले कुछ सप्ताह के दौरान घरेलू आपूर्ति बढ़ाने और कीमतों पर अंकुश के लिए कई कदम उठाए हैं। लेकिन पिछले दो-तीन दिन में उत्पादक राज्यों में भारी बारिश की वजह से आपूर्ति प्रभावित होने से प्याज की खुदरा कीमतों में भारी इजाफा हुआ है।
सूत्रों के अनुसार आपूर्ति में यह बाधा सीमित समय के लिए है । यदि अगले दो-तीन दिन में स्थिति सामान्य नहीं होती है तो सरकार व्यापारियों के लिए गंभीरता से भंडारण की सीमा तय करने पर विचार कर रही है। मौसम विभाग के अनुसार प्रमुख प्याज उत्पादक क्षेत्रों विशेषरूप से महाराष्ट्र, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, गुजरात, पूर्वी राजस्थान और पश्चिमी मध्य प्रदेश में पिछले दो दिन में अत्यधिक बारिश हुई है।
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