ओएनजीसी के एचपीसीएल में 51 फीसदी शेयर खरीदने की डील पर मुहर
नई दिल्ली। सरकारी कंपनी आइल एंड नेचुरल गैस कॉर्पोरेशन (ओएनजीसी) ने शनिवार को हिन्दुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एचपीसीएल) में 51.11 फीसदी हिस्सा खरीदने के लिए बड़ी डील की है। वित्त मंत्रालय ने जानकारी दी है कि ओएनजसी इस अधिग्रहण के लिए 36915 करोड़ रुपए में 474 रुपये प्रति शेयर के भाव पर एचपीसीएल में 51.11 फीसदी हिस्सा खरीदेगी। अधिग्रहण की ये प्रक्रिया जनवरी के आखिर तक पूरी कर ली जाएगी।
वित्त मंत्रालय की मुहर के बाद रास्ता साफ
ओएनजीसी के निदेशक बोर्ड ने अपनी बैठक में हिंदुस्तान पेट्रोलियम के 51.11 फीसदी शेयर 474 रुपए प्रति शेयर के हिसाब से खरीदने की मंजूरी दी। ओएनजीसी कुल मिलाकर 36,915 करोड़ रुपये का भुगतान करेगी। इस प्रस्ताव पर वित्त मंत्री अरुण जेटली की अध्यक्षता वाली समिति ने शनिवार को मुहर लगाई।
ONGC निकलती है कच्चा तेल और प्राकृतिक गैस
51 फीसदी से ज्यादा हिस्सेदारी खरीदे जाने के बाद एचपीसीएल अब ओएनजीसी का हिस्सा होगा। ओएनजीसी देश के विभिन्न हिस्सों में कच्चा तेल और प्राकृतिक गैस निकालती है, वहीं हिंदुस्तान पेट्रोलियम कच्चे तेल से पेट्रोल-डीजल तैयार करती है और करीब 15 हजार पेट्रोल पंप के जरिए बेचती है। साथ ही हिंदुस्तान पेट्रोलियम रसोई गैस और हवाई ईंधन के अलावा दूसरे पेट्रोलिय उत्पादों की भी खुदरा बिक्री करती है।
ऐसे हुआ डील का रास्ता साफ
बीते साल फरवरी में एक बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सरकारी कंपनियों में केंद्र के निवेश के प्रबंधन पर जोर दिया था। जिसके बाद सरकारी कंपनियों के मिलाए जाने का प्रस्ताव तैयार हुआ। वित्त वर्ष 2017-18 के बजट में तेल कंपनियों के एकीकरण का ऐलान किया गया। एचपीसीएल को मिलाए जाने के बाद ओएनजीसी देश में एक ऐसी तेल कंपनी बन जाएगी जो बाजार के हर हिस्से में मौजूद होगी।
देवास की नोटप्रेस से रुपए चुराता था अधिकारी, जूते में रख ले जाता था गड्डियां