नोटबंदी के बाद 80 हजार खातों में जमा हुई भारी रकम, नहीं है टैक्स रिकॉर्ड
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नई दिल्ली। आयकर विभाग ने 80 हजार ऐसे बैंक अकाउंट को चिन्हित किया है जिनमें नोटबंदी के बाद 10 लाख से ज्यादा की रकम जमा की गई थी। ये वो खातें हैं जिनकी नोटबंदी के पहले कोई टैक्स प्रोफाइल नहीं है। आयकर विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक नोटबंदी के बाद विभाग ने ऑपरेशन क्लीन मनी नाम से काले धन के खिलाफ अभियान चलाया था। इस ऑपरेशन के तहत विभाग ने 6 लाख से ज्यादा बैंक खातों की जांच की जिनमें नोटबंदी के बाद पैसे जमा करने को लेकर अनियमितता पाई गई थी। इन छह लाख में से 80 हजार बैंक खातों का कोई टैक्स प्रोफाइल नहीं था।
आयकर विभाग के सूत्रों ने बताया कि 80 हजार खातों को खुलवाने वालों ने कभी कोई टैक्स नहीं जमा किया था। इनमें से कई खातों में 20 लाख से भी ज्यादा की रकम जमा की गई है। अब विभाग ने इन सभी लोगों को नोटिस भेजकर इन पैसों का स्त्रोत बताने को कहा है। यह जानकारी नोटबंदी पर आयकर विभाग द्वारा सीबीडीटी की निगारानी में तैयार किए गए स्टेटस रिपोर्ट से मिली है। मिली जानकारी के मुताबिक आयकर विभाग की यह रिपोर्ट प्रधानमंत्री कार्यालय में जाएगी। आयकर विभाग इस रिपोर्ट में यह भी बताएगी कि वह इन खातों में जमा पैसों पर क्या कार्रवाई करने जा रही है।
बता दें कि नोटबंदी के ठीक बाद आयकर विभाग ने देश भर में ऑपरेशन क्लीन मनी लॉन्च किया था। यह ऑपरेशन 31 जनवरी से शुरू होकर 15 फरवरी तक चला था। इस दौरान आयकर विभाग ने जिन बैंक खातों में 5 लाख से ज्यादा की रकम जमा हुई थी उस को रडार पर लिया था। आयकर विभाग ने इस ऑपरेशन का दूसरा चरण अप्रैल में शुरू किया था जिसके तहत 10 लाख से ज्यादा की रकम जमा होने वाले बैंक खातों की जांच की गई।
नोटबंदी के बाद से आयकर विभागन ने लभगग 900 ठिकानों पर छापेमारी की। इस छापेमारी के दौरान आयकर विभाग ने लगभग 900 करोड़ की संपत्ति सीज की जिसमें से 636 करोड़ कैश था। इसके अलावा छापेमारी में अभी तक 7,961 करोड़ रुपये की अघोषित संपत्ति सामने आई है।
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