नागालैंड फायरिंग में एक और नागरिक की मौत, अब तक 15 की गई जान
कोहिमा, 05 दिसंबर: नागालैंड के गृह सचिव ने राज्य के मोन जिले में शनिवार शाम हुई गोलीबारी की घटना में एक और शख्स की मौत की पुष्टि हुई है। इसके साथ ही अब तक इस हिसा में मरने वाले नागरिकों का आंकड़ा 15 पहुंच गया है। नागालैंड के मोन जिले में लगातार दो बार गोलीबारी की घटनाओं में सुरक्षाबलों ने नागरिकों पर गोलियां चलाई थीं। पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी। इस हिंसा में एक सैनिक की भी मौत हो गई।

बता दें कि नागालैंड के मोन जिले में इस फायरिंग की घटना के बाद लोग सड़कों पर पर उतर आए थे। कई गाड़ियों में आग लगा दी गई थी। गोलीबारी की इस घटना के कारणों की उच्च स्तर से जांच की जा रही है। नागालैंड में एक और नागरिक की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। नागालैंड फायरिंग की दुर्भाग्यपूर्ण घटना में अब तक एक जवान सहित 15 लोगों की जान जा चुकी है।
सेना ने जानमाल के नुकसान को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि घटना की उच्चतम स्तर पर जांच की जा रही है और कानून के अनुसार कार्रवाई की जाएगी। घटना के बाद कोहिमा में प्रसिद्ध हॉर्नबिल फेस्टिवल को बंद कर दिया गया। स्थानीय सूत्रों ने बताया कि घटना शनिवार शाम करीब चार बजे की है और जब पीड़ित सामान्य समय के कई घंटे बाद भी घर नहीं लौटे तो गांव के स्वयंसेवक उनकी तलाश में निकल पड़े।
घटना पर आपात बैठक करने के लिए नागालैंड के मुख्यमंत्री नेफियू रियो दिल्ली से कोहिमा वापस पहुंचे। नागालैंड के राज्यपाल जगदीश मुखी ने मोन जिले के अंतर्गत ओटिंग और तिरु गांव के बीच एक स्थान पर 4 दिसंबर की शाम ग्रामीणों पर गोलीबारी किए जाने के मामले पर दुख जताया है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्विटर पर सरकार से इस घटना पर जवाब मांगा। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, ये दिल दहला देने वाला है। भारत सरकार को इसका असली जवाब देना चाहिए। गृह मंत्रालय आखिर क्या कर रहा है, जब न तो आम नागरिक अपने ही देश में सुरक्षित हैं और न ही सुरक्षाबल के जवान।
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बता दें कि यहां हमले में मारे गए लोग एक मिनी ट्रक से लौट रहे थे। उसी दौरान गोलीबारी की घटना हुई। जब ये लोग अपने घरों तक नहीं पहुंचे तो उनकी खोजबीन की गई। बाद में उनक डेड बॉडी मिलीं। इसके बाद लोगों में आक्रोश फैल गया है।