एयर इंडिया को लेकर हरदीप सिंह पुरी का बड़ा बयान, विनिवेश पर कही ये बात
नई दिल्ली। नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने शनिवार को एक प्रेसवार्ता में कहा कि एयर इंडिया के विनिवेश को लेकर अभी मैं जितना आशावान और आत्मविश्वास में हूं, उतना मैं पहले कभी नहीं रहा। उन्होंने कहा कि एयर इंडिया एक फर्स्ट क्लास एसेट है, चाहे वुहान से लोगों को निकालना हो या कुछ और एयर इंडिया इसका दिल है। बता दें कि हरदीप सिंह पुरी का यह बयान उस समय आया है जब कोरोना काल में एयर इंडिया दूसरे देशों में फंसे भारतीय नागरिक को निकालने में जुटी हुई है।
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गौतलब है कि एयर इंडिया पर 70,000 करोड़ रुपये से ज्यादा का कर्ज है। वह लंबे समय से नुकसान में चल रही है और इसके पुनरुद्धार के प्रयासों के तहत सरकार ने विनिवेश का निर्णय लिया है। कोरोना संकट से पहले अपने एक इंटरव्यू में नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने ही बताया था कि सरकार ने एयर इंडिया के प्रस्तावित विनिवेश की प्रक्रिया के तहत उसमें अपनी शत प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने का फैसला किया है। उन्होंने शनिवार को एक बार फिर सरकार के इस फैसले पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि वह विनिवेश को लेकर आशावान और आत्मविश्वास से भरे हुए हैं।
I have never been as hopeful&confident on Air India, divestment or disinvestment whatever you choose, as I am now. Air India is a first-class asset. Whether it be for evacuation of ppl from Wuhan, Air India has been at the heart of it: Civil Aviation Minister Hardeep Singh Puri pic.twitter.com/lYSlRLM0rM
— ANI (@ANI) June 20, 2020
बता दें कि सरकारी एयरलाइंस कंपनी एयर इंडिया को बेचने की प्रक्रिया लगभग शुरू हो चुकी है। सरकार इसके लिए शुरुआती बोली लगाने की आखिरी तारीख बढ़ाकर 30 अप्रैल की थी, मगर कोविड-19 संकट व लॉकडाउन के कारण प्रॉसेस आगे नहीं बढ़ पाया। एयर इंडिया का विनिवेश 4 भागों में बांट कर किया जाएगा। एयरलाइंस को AI-AI एक्सप्रेस AI SATS, ग्राउंड हैंडलिंग यूनिट, इंजिनियरिंग यूनिट और अलायंस एयर में बांटा जाएगा और इन्हें बेचने के लिए अलग-अलग ऑफर किया जाएगा। चार विभागों की बिक्री से जो पैसा आएगा उससे सरकार एयर इंडिया के 70 हजार करोड़ रुपये के लोन को पूरा करने की कोशिश करेगी।
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