शिक्षामित्रों को मिला बीजेपी सांसद का साथ, कहा- पीएम मोदी के सामने उठाऊंगा मुद्दा
नई दिल्ली। शिक्षामित्रों के समायोजन का मामला भले ही सुप्रीम कोर्ट ने रद्द कर दिया है, बावजूद इसके उन्होंने अपना आंदोलन जारी रखा है। इस बीच शिक्षामित्रों ने खास रणनीति के तहत सांसदों के सामने अपना मामला रखना शुरू किया है। इसका असर भी हुआ है, बीजेपी सांसद शरद त्रिपाठी ने शित्रामित्रों का मुद्दा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने उठाने की बात कही है।
बीजेपी सांसद ने कही हरसंभव मदद की बात
समायोजन को लेकर शिक्षामित्र अपनी मांग से पीछे हटने को तैयार नहीं हैं। उन्होंने लखनऊ से लेकर दिल्ली के जंतर-मंतर तक प्रदर्शन किया है। हालांकि मामले में सुनवाई नहीं होने पर अब उन्होंने अपनी समस्या सांसदों के सामने रखना शुरू किया है। इसी कड़ी में यूपी के संतकबीर नगर के सांसद शरद त्रिपाठी ने शिक्षामित्रों को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा कि मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फिर बात की जाएगी, शिक्षामित्रों को कोई परेशानी नहीं हो इसके लिए हरसंभव कोशिश की जाएगी।
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बीजेपी सांसद शरद त्रिपाठी ने आगे कहा कि मामला कोर्ट का है ऐसे में सरकार सीधे तौर पर इस संबंध में कोई कार्रवाई नहीं कर सकती है। हालांकि उन्होंने ये जरूर कहा कि शिक्षामित्रों को किसी तरह की परेशानी नहीं हो इसका ध्यान रखा जाएगा। बीजेपी सांसद ने आगे कहा कि मैंने खुद शिक्षामित्रों का मुद्दा लोकसभा में उठाया है। इसमें करीब 30 से ज्यादा सांसदों का समर्थन भी मिला था। उन्होंने ये भी कहा कि हमारी सरकार लोगों को रोजगार मिले, इस पर ही काम कर रही है। सरकार का काम रोजगार देना है। बता दें कि शिक्षामित्रों के समायोजन का मामला 25 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट ने रद्द कर दिया था। वहीं उन्हें टीईटी पास करने के बाद ही भर्ती में मौका देने की बात फैसले में कही गई थी, लेकिन शिक्षामित्र लगातार इसका विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि केन्द्र सरकार कानून में संशोधन कर उन्हें समायोजित कर सकती है। वहीं वे शिक्षक बनने तक समान कार्य, समान वेतन की मांग पर अड़े हैं।
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