Article 370: छह माह बाद सामने आई उमर अब्दुल्ला की पहली फोटो, बढ़ी हुई दाढ़ी में पहचानना मुश्किल
श्रीनगर। सोशल मीडिया पर शनिवार को नेशनल कान्फ्रेंस के मुखिया और जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला की एक फोटोग्राफ वायरल हो रही है। अगस्त 2019 में जब केंद्र सरकार की तरफ से घाटी से आर्टिकल 370 हटाया गया था तो उसके बाद से ही उमर और उनके पिता फारूख अब्दुल्ला को नजरबंद रखा गया है।
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स्टाइलिश नेता के तौर पर उमर की पॉपुलैरिटी
उमर की जो फोटोग्राफ वायरल हो रही है उसमें उनकी दाढ़ी बढ़ी हुई है और वह मुस्कुरा रहे हैं। उमर को देश के कुछ ऐसे नेताओं में गिना जाता है जो काफी स्टाइलिश हैं और वह अक्सर क्लीन शेव ही देखे गए हैं। उमर और घाटी के कुछ और नेता चार अगस्त से ही नजरबंद हैं। जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 हटने के अलावा केंद्र सरकार की तरफ से इसे दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांट दिया गया था। जम्मू कश्मीर और लद्दाख को दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांट दिया गया था।
अक्टूबर में भी आई थी एक फोटो
शनिवार को ही घाटी के 20 जिलों में 2जी इंटरनेट सर्विसेज के बहाल हुई हैं। इंटरनेट सर्विसेज बहाल होने के बाद ही उमर की यह तस्वीर वायरल होनी शुरू हुई है। उमर अभी श्रीनगर के हरि निवास में पुलिस की हिरासत में रखे गए हैं। इससे पहले उमर को गुप्कार रोड स्थित उनके आवास पर शिफ्ट करने का फैसला किया गया था, लेकिन बाद में प्रशासन ने इस फैसले को वापस ले लिया। इससे पहले उमर की अक्टूबर में भी एक फोटो सामने आई थी। नीले कुर्ते में उमर उस फोटो में भी दाढ़ी में नजर आ रहे थे।
फारूख अब्दुल्ला भी नहीं निकले घर से बाहर
कुछ माह पहले इंग्लिश डेली द टेलीग्राफ ने फारूख अब्दुल्ला के बारे में भी खास जानकारी दी गई थी। तीन बार जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री रहे फारूख अब्दुल्ला को इस समय श्रीनगर स्थित उनके घर में रखा गया है। फारूख, पांच अगस्त से ही घर से बाहर नहीं निकले हैं। निश्चित तौर पर घाटी की राजनीति में पिछले कई दशकों से सक्रिय अब्दुल्ला परिवार के लिए यह मुश्किल समय है।
कुरान पढ़ने लगे हैं फारूख
टेलीग्राफ ने लिखा था इस कठिन समय में फारूख को ईश्वर का सहारा मिला है। वह इस मुश्किल दौर में अपने धर्म के और करीब हो गए हैं। 84 वर्ष के फारूख अब्दुल्ला की छोटी बहन सुरैया अब्दुल्ला ने बताया है कि वह आजकल दिन में पांच बार नमाज अता कर रहे हैं। अब्दुल्ला, युसूफ अली की अनुवाद की गई कुरान को भी काफी देर तक पढ़ते हैं। कुरान की वजह से उनका उत्साह इस कठिन समय में भी बरकरार है।