'OLX फ्रॉड' के बढ़ते मामलों पर पुलिस की सलाह, 'इस तरह बच सकते हैं ठगे जाने से'
हैदराबाद: देश के अलग-अलग राज्यों में कई लोग ऑनलाइन फ्रॉड का शिकार हो चुके हैं। ऐसे मामलों में कई दफे पुलिस को चकमा देने में अपराधी कामयाब भी रहे हैं। ऐसे ही ऑनलाइन क्लासिफाइड वेबसाइट ओएलएक्स के जरिए लोगों के साथ फ्रॉड के बढ़ते मामलों पर पुलिस ने चेतावनी जारी की है।
हैदराबाद पुलिस ने कहा है कि ओएलएक्स के माध्यम से कुछ खरीदते वक्त उस सामान की स्थिति जांच लें और तब पैसे ट्रांसफर करें। पुलिस के मुताबिक, शहर के विभिन्न इलाकों से साइबर क्राइम डिपार्टमेंट को हर महीने कम से कम ओएलएक्स फ्रॉड के तीन मामले आते हैं।
साइबर क्राइम के कई मामले आए सामने
हैदराबाद पुलिस ने बताया कि इनमें से अधिकतर शिकायतें पीड़ितों द्वारा विभिन्न कारणों से आधिकारिक रूप में सामने नहीं आती हैं, खासकर जब वो रकम 1 लाख से कम हो। लेकिन पिछले साल, शहर में 10 ऐसे मामले दर्ज किए गए। लेकिन इसी साल जनवरी से अब तक रचकोंडा साइबर क्राइम पुलिस में 10 मामले दर्ज किए जा चुके हैं। जबकि पिछले दो महीनों में तीन मामले सुलझाए जा चुके हैं।
OLX पर कम कीमत के झांसे में आने से बच सकते हैं आप
साइबर अपराध पुलिस के सहायक आयुक्त एस हरिनाथ ने बताया कि ऐसे मामलों में अपराधी सस्ते कीमतों पर चार-पहिया और दोपहिया वाहनों के लिए विज्ञापन पोस्ट करते हैं। वे खरीदारों को बताते हैं कि वे पैसे जमा करने के बाद वाहन ले जा सकते हैं। लेकिन पैसे ट्रांसफर होने के बाद, वे कॉल उठाना बंद कर देते हैं।
फीजिकली जांच लें सामान
जब लोग इतनी कम कीमत देखते हैं, ऐसे मामलों में सामान को फीजिकली जांच लेना चाहिए। इन मामलों में अपराधी बताते हैं कि वो विदेश जा रहे हैं और उन्हें अपना सामान बेचना है। जैसे, 10 लाख कीमत की इनोवा SUV को 5 लाख रु में बेचने की बात करते हैं।
पुलिस अधिकारी ने आगे बताया कि यह भी देखा गया है कि अपराधियों ने पैसे ट्रांसफर होने के 15 मिनट के भीतर ही एटीएम से नकदी निकाल लिया है। ऐसे में पैसे कि रिकवरी और भी मुश्किल हो जाती है। उन्होंने आगे कहा कि शायद ही कोई ओएलएक्स धोखाधड़ी में शामिल कोई हैदराबाद से हैं। ज्यादातर अपराधियों की पहचान बैंगलोर के रहने वालों के रूप में हुई थी, जबकि कुछ दिल्ली और मुंबई से थे। इसमें कई आरोपी नाइजीरियाई भी हैं।