जिस ग्रामीण के घर अमित शाह ने खाया खाना, वो भाजपा छोड़ विरोधी दल में हुआ शामिल
नई दिल्ली। 2019 के लोकसभा चुनाव के साथ-साथ बीजेपी की निगाहें अगले साल ओडिशा में होने वाले विधानसभा चुनाव पर भी हैं। यही वजह है कि पार्टी ओडिशा में अपनी पकड़ मजबूत करने की कोशिश में जुटी हुई है और इसी के मद्देनजर अपनी चुनावी रणनीति को आगे बढ़ा रही है। हालांकि इन तैयारियों के बीच एक बड़ी खबर सामने आई है, ये मामला पिछले साल बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के ओडिशा दौरे से जुड़ा हुआ है। दरअसल अमित शाह जब ओडिशा दौरे पर थे तो गंजम जिले में एक ग्रामीण के घर भी गए थे और खाना खाया था। अब जानकारी मिल रही है कि बीजेपी अध्यक्ष को लंच कराने वाले इस ग्रामीण ने नवीन पटनायक की पार्टी बीजू जनता दल का दामन थाम लिया है।
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पिछले साल जुलाई में बीजेपी अध्यक्ष ने किया था इस ग्रामीण के घर लंच
ओडिशा की सत्ताधारी पार्टी बीजू जनता दल (बीजेडी) ज्वाइन करने वाले इस ग्रामीण का नाम नबीन स्वेन है। नबीन का घर कुकुडाखांडी ब्लॉक के हुगुलापाटा गांव में है। जो कि ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के विधानसभा क्षेत्र हिंजली काटू के करीब स्थित है। पिछले जुलाई में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, धर्मेंद्र प्रधान, अरुण सिंह, बसंत पांडा और केवी सिंह देव इस ग्रामीण के घर पर भोजन के लिए पहुंचे थे। 'मेरा बूथ-सबसे मजबूत' कार्यक्रम के तहत बीजेपी अध्यक्ष यहां आए थे। शाह को खाना खिलाने के बाद नवीन स्वेन ने उस समय कहा था कि हमारा भाग्य अच्छा है कि एक राजनीतिक पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हमारे घर आए और भोजन किया।
बीजेडी में शामिल हुए नबीन
हालांकि शुक्रवार को नबीन स्वेन ने बीजेडी का दामन थाम लिया। इस दौरान उन्होंने कहा बीजेपी ने मुझे घर देने का वादा किया था, हालांकि एक साल बीतने के बाद भी उन्होंने कुछ नहीं किया। नबीन स्वेन ने कहा कि मैं ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक का काम देखकर खुश हूं और बीजू जनता दल में शामिल होने का फैसला लिया। बीजेडी ने मुझे 'बीजू पक्का घर योजना' के तहत घर देने का वादा किया है, साथ ही राशन कार्ड भी उपलब्ध कराया है।
अगले साल है ओडिशा में विधानसभा चुनाव
नबीन स्वेन के तीन बेटे हैं, लेकिन उसके पास न तो पक्का घर है और न ही बिजली का कनेक्शन। उनकी पत्नी खेतों में काम करती है और पिता भी गांव के अंदर ही कुछ काम करते हैं। शुक्रवार को बीजेडी का दामन थामने वालों में नबीन स्वेन के साथ-साथ उनकी पंचायत के 300 से 400 लोग भी शामिल हुए। बीजेडी विधायक प्रदीप पानीग्रही ने इस बात की जानकारी दी है।
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