घरेलू हिंसा से निपटने के लिए ओडिशा पुलिस की पहल, रोजाना फोन कर जानेंगे पीड़ित महिलाओं का हाल
भुवनेश्वर। कोरोना वायरस के चलते देशभर में 3 मई तक के लिए लॉकडाउन लागू किया गया है, इस संकट की घड़ी में पूरा देश एकजुट होकर कोरोना के खिलाफ जंग लड़ रहा है। लेकिन लॉकडाउन के बीच घरेलू हिंसा के मामलों में बढ़ोतरी ने देश को हैरत में डाल दिया है। इस अपराध से निपटने के लिए ओडिशा पुलिस ने एक पहल शुरू की है जिसमें पुलिसकर्मी प्रतिदिन फोन पर उन महिलाओं का हाल चाल लेंगे जिन्होंने पूर्व में घरेलू हिंसा की शिकायत की थी।
दरअसल, देशव्यापी लॉकडाउन के चलते करोड़ों लोग घरों में अपना समय बिता रहे हैं। देशबंदी से महिलाएं और पुरुषों को पूरा समय घर में बीत रहा है, ऐसे में घरोलू हिंसा के मामलों में बढ़ोतरी हुई है। ऐसी घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए ओडिशा पुलिस ने सराहनीय कदम उठाया है। एक अधिकारी ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान घरेलू हिंसा की दिक्कतों से निपटने के लिए राज्यभर में विशेष अभियान 'फोन-अप प्रोग्राम' चलाया गया है। उन्होंने आगे कहा, यह पहल महिलाओं की सुरक्षा के लिए राज्य अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एससीआरबी) की मदद से अमल में लाई जाएगी।
पुलिस अधिकारी के मुताबिक ब्यूरों के पास उन सभी महिलाओं के नंबर हैं जिन्होंने कभी ना कभी घरेलू हिंसा की शिकायत दर्ज कराई थी। उन्हें वर्तमान में ऐसे अपराध का सामना ना करना पड़े इसलिए उनकी स्थिति का पता लगाने के लिए महिलाओं के संपर्क किया जाएगा। उन्होंने कहा, अगर हमें घरेलू हिंसा की सूचना मिलती है तो पीड़िता की स्थिति का पता लगाने के लिए जांच की जाएगी। इसके बाद मामले को महिलाओं के खिलाफ अपराध जांच ईकाई (आईयूसीएडब्ल्यू) को सौंप दिया जाएगा। खुद मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने घरेलू हिंसा में लिप्त लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आदेश दिया है।
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