ओडिशा सरकार ने अंतरजातीय शादियों को बढ़ावा देने के लिए लॉन्च किया पोर्टल, मिलेंगे ढाई लाख
ओडिशा सरकार ने अंतरजातीय विवाह के लिए लॉन्च किया वेब पोर्टल
नई दिल्ली। ओडिश सरकार ने राज्य में अंतरजातीय विवाह (अलग जाति में शादी) को बढ़ावा देने के उद्देश्य से वेब पॉर्टल की शुरुआत की है। मंगलवार को मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने ये पोर्टल लॉन्च किया। इस पोर्टल को 'सुमंगल पोर्टल' नाम दिया गयाा है। पोर्टल को एससी/एसटी, अल्पसंख्यक और पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग ने तैयार किया है। इस दौरान सीएम पटनायक ने अंतरजातीय शादी करने पर नए जोड़े को दी जाने वाली प्रोत्साहन राशि को भी एक लाख से बढ़ाकर 2.5 लाख करने का ऐलान किया है।
ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने सुमंगल पोर्टल का उद्घाटन करते हुए यह कहा कि अंतरजातीय विवाह सामाजिक एकता और सद्भाव बढ़ाने में मदद करते हैं, साथ ही नस्लीय भेदभाव को कम करते हैं। इस तरह के विवाह समाज में समानता और शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व को भी बढ़ावा देते हैं।
ओडिशा में राज्य के लड़के और लड़कियों के लिए अंतरजातीय विवाह योजना के तहत प्रोत्साहन राशि देने की योजना पहले से ही चल रही है। अब इसके लिए पोर्टल शुरू किया गया है और इसके तहत मिलने वाली राशि बढाई गई है। राज्य सरकार के मुताबिक, इस योजना का उद्देश्य समाज में सद्भावना पैदा करना है। अलग-अलग जातियों में शादियों से उनके बीच दूरी कम होने की बात सरकार की ओर से कही गई है।
इस योजना के तहत लाभ पाने के लिए पति-पत्नी में से एक अनुसूचित जाति से होना चाहिए। अनुदान केवल पहली बार शादी करने वाले लोगों को ही प्रदान किया जाएगा। विधवा या विधुर के मामले में प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। आवेदन के 60 दिनों के भीतर प्रोत्साहन राशि प्राप्त करने के लिए सुमंगल पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन किया जा सकता है। बता दें कि इससे पहले 2017 में ओडिशा सरकार ने अंतरजातीय विवाह के लिए प्रोत्साहन राशि को 50 हजार से बढ़ाकर एक लाख किया था। जिसे अब ढाई लाख कर दिया गया है।
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