आखिरकार खदान में फंसे 15 मजदूरों को बचाने पहुंचेगी ओडिशा की टीम
नई दिल्ली। मेघालय में अवैध रूप से कोयला खदान में फंसे 15 मजदूरों को बचाने के लिए एक बार फिर से नए सिरे से कोशिश की जाएगी। ओडिशा से 21 सदस्यों की टीम आज मेघालय पहुंचेगी और इन मजदूरों को खदान से बाहर निकालने में मदद करेगी। ये टीम अपने साथ हाई पॉवर पंप लेकर यहां पहुंचेगी। आपको बता दें कि पिछले 15 दिनों से मेघालय के पूर्वी जैंतिया हिल्स के कसान गांव में अवैध रूप से खनन कर रहे 15 मजदूर कोयला खदान में फंस गए हैं, जिन्हें बचाने की लगातार कोशिश की जा रही है।
जिस तरह से पिछले कई दिनों से ये मजदूर खदान में फंसे है उसके बीच केंद्रीय गृह मंत्रालय ने ओडिशा सरकार से इस राहत बचाव कार्य में मदद की मांग की है। जिसके बाद राज्य सरकार ने अनुभवी फायर प्रोफेशनल्स को यहां भेजा है। फायर सर्विस के डीजी बीके शर्मा ने कहा कि इस टीम की अगुवाई सुकांत सेठी करेंगे। वह भारतीय वायुसेना के विशेष विमान से शिलॉग के लिए रवाना हो चुके हैं और उनके साथ 20 हाई पॉवर पंप भी हैं। हर पंप 1600 लीटर पानी एक मिनट के भीतर बाहर खींच सकता है। हमे उम्मीद है कि हम मजदूरों को बचा सके। उन्होंने कहा कि हम पहले भी वहां जा सकते थे लेकिन गृह मंत्रालय की ओर से गुरुवार को हमसे इसकी अपील की गई थी।
आपको बता दें कि यह पहली बार है कि फायर सर्विस की टीम कोयला खदान में फंसे मजदूरों को बचाने के लिए जा रही है जहां खदान में पानी भरा है। इससे पहले इसी वर्ष अगस्त माह में ओडिशा की 240 फायर सर्विस की टीमें केरल में बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए पहुंची थी। इस दौरान टीम ने ना सिर्फ सैकड़ों लोगों को बचाया था बल्कि जानवरों को भी बचाया था, जिसमे गाय, बकरी, पालतू कुत्ते शामिल शामिल थे। यही नहीं 2014 में ओडिशा की फायर टीम ने हुडहुड चक्रवात के दौरान जिस तरह से सराहनीय काम किया था उसके लिए उसकी काफी तारीफ की गई थी।
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