CM नवीन पटनायक की मोदी सरकार से मांग, वापस लौटे रहे मजदूरों और टेस्टिंग की SOP तैयार करे केंद्र
भुवनेश्वर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को देश में कोरोना वायरस महामारी के कारण उत्पन्न स्थिति पर चर्चा के लिए सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए बात की। बैठक में ओडिसा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने विभिन्न राज्यों में फंसे रहने वाले ओडिआ श्रमिकों को लाने और अधिक संख्या में नमूना परीक्षण करने की आवश्यकता पर जोर दिया। नवीन पटनायक ने केंद्र से सामने तीन मांगों को रखा है।
ओडिशा के मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) के अनुसार, पटनायक ने देश के विभिन्न हिस्सों में फंसे लोगों की देखभाल के लिए केंद्र से अनुरोध करते हुए तीन बिंदु उठाए हैं। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने कहा है कि ओडिशा के बाहर रहने वाले लगभग 4 लाख से अधिक लोगों ने अपने घर लौटने का आग्रह किया है, पंजीकरण भी कर लिया है। इतनी संख्या में लोग किस प्रकार से आएंगे, यह अब सरकार के लिए बड़ी चुनौती है।
मुख्यमंत्री ने कहा है कि कौन से राज्य से किस तरह से उन्हें भेंजेगें, अन्य राज्यों में रहने वाले लोग बस, ट्रेन या हवाई जहाज किस साधन से लौटेंगे, उन्हें क्या नियम मानना होगा, इसके लिए केंद्र सरकार को एक स्टैंडर्ड आपरेटिंग प्रोसिजर (एसओपी) जारी करने की जरूरत है। सीएम ने कहा कि, केवल इतना ही नहीं लोग बस या ट्रेन से लौटते समय रास्ते में किस प्रकार खाएंगे, कहां पर उनका परीक्षण होगा जैसी अनेकों बातें हैं। यदि केंद्र सरकार प्रत्यक्ष रूप से हस्तक्षेप नहीं करेगी तो फिर किसी भी राज्य के अन्दर समन्वय नहीं हो पाएगा।
मुख्यमंत्री पटनायक ने भी प्रधानमंत्री से राज्यों में टेस्टिंग सुविधाओं को बढ़ाने का अनुरोध किया। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को प्रस्ताव दिया है कि अधिक संख्या में नमूना परीक्षण करने पर महत्व दिया जाए। राज्य के बाहर से लाखों की संख्या में लोग आएंगे। ओडिशा को जिन राज्यों से लोग आएंगे उन राज्यों में कोरोना संक्रमण अधिक है। ऐसे में यदि उन्हें लाने से पहले उनके स्वाव का टेस्ट नहीं होंगे तो फिर ये लोग क्वारंटाइन में अन्यों को भी संक्रमित कर देंगे। राज्य में वर्तमान समय तक लगभग 2000 नमूना परीक्षण हुआ है। मई महीने में यदि 2 लाख लोग आते हैं तो फिर टेस्टिंग को बढ़ाना पड़ेगा।
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