कश्मीरियों को पाकिस्तान के आतंकियों से बचाने के लिए दृढ़ संकल्पित-अजित डोवाल
नई दिल्ली: राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल ने शनिवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बल पाकिस्तानी आतंकियों से वहां के लोगों को बचाने के लिए संकल्पित हैं। उन्होंने ये चेतावनी उन आतंकियों को दी जो लगातार इस क्षेत्र में परेशानी पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं। अजीत डोवाल ने कहा कि कुछ आतंकवादी घुसपैठ करने में कामयाब हुए हैं लेकिन उनमें से अधिकांश को गिरफ्तार कर लिया गया है।
'आतंकियों से बचाने के लिए दृढ़ संकल्पित'
डोभाल ने कहा कि हम पाकिस्तानी आतंकवादियों से कश्मीरियों की जिंदगी की रक्षा के लिए दृढ़ संकल्पित हैं। इसके लिए भले ही हमें प्रतिबंध लगाने पड़ें। आतंक एकमात्र साधन है जिसके सहारे पाकिस्तान यहां अशांति पैदा करता है। उन्होंने आगे कहा कि पाकिस्तान के संचार टावरों से मैसेज भेजने की कोशश की जा रही है, जिसे इंटसेप्ट किया गया है। इसमें पाकिस्तान की संदिग्ध अथॉरिटीज अपने लोगों से बात कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सेना द्वारा अत्याचार का कोई सवाल नही हैं, क्योंकि स्थानीय पुलिस और केंद्रीय बल ही सार्वजनिक व्यवस्था को संभाल रहे हैं।सेना केवल आतंकवादियों से लड़ने के लिए है।
'10 फीसदी पुलिल स्टेशन में पांबदिया हैं'
अजित डोभाल ने कहा कि प्रदेश के 199 में से सिर्फ 10 पुलिस स्टेशन क्षेत्र में ही पाबंदिया हैं। 10 थाना क्षेत्र को छोड़कर कहीं कोई पाबंदी नहीं है। 100 फीसदी लैंडलाइन फोन काम कर रहे हैं। डोभाल ने आगे कहा कि वह पूरी तरह से आश्वस्त हैं कि कश्मीरी बहुसंख्यक धारा 370 को हटाने का समर्थन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैं पूरी तरह से आश्वस्त हूं कि अधिकतर कश्मीरी आर्टिकल 370 हटाए जाने के फैसले में हमारे साथ हैं। वह अपने लिए बेहतर अवसर, आर्थिक प्रगति, रोजगार के अवसर देख रहे हैं। सिर्फ कुछ ही लोग ऐसे हैं जो निजी स्वार्थ के कारण इस फैसले का विरोध कर रहे हैं।
नेताओं की नजरंबदी पर क्या कहा?
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्रियों महबूबा मुफ्ती और उमर अब्दुल्ला समेत कई नेताओं की हिरासत को लेकर डोभाल ने कहा कि उन्हें एतिहायत के तौर पर नजरबंद किया गया हैव। उनकी सभाओं की वजह से कानून और व्यवस्था बनाए रखने में समस्या हो सकती थी और इसका फायदा आतंकी उठा सकते थे। उन्होंने कहा कि उनमें से किसी भी नेता पर आपराधिक अपराध या देशद्रोह का आरोप नहीं लगाया गया है। जब तक लोकत्रंत के कार्य करने के लिए परिस्थितियां नहीं बनती तब तक वो हिरासत में है। मेरा मानना है कि जल्द ही ऐसा हो सकता है। डोभाल ने कहा कि कोई भी गोली लगने से नहीं मारा गया है और उन्हें लगता है कि जम्मू कश्मीर में स्थिति बेहतर हो रही है।