पाकिस्तान की इस हरकत पर आया NSA अजित डोवाल को गुस्सा, रूस ने भी सुनाई खरी-खरी
नई दिल्ली। मंगलवाल को शंघाई को-ऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन (एससीओ) देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों (एनएसए) की मीटिंग थी। लेकिन इस मीटिंग में एनएसए अजित डोवाल का जो रूप देखने को मिला, उससे कई लोग हैरान थे। एनएसए डोवाल नाराज होकर बीच मीटिंग से ही उठकर चले गए। अब पाकिस्तान भले ही इसे अपनी कूटनीतिक जीत बताता रहे लेकिन हकीकत यह है कि खुद उसे भी इस बात का अंदाजा नहीं था कि भारत का प्रतिनिधित्व कर रहे डोवाल इस तरह से प्रतिक्रिया देंगे। पाकिस्तान, मीटिंग में भी अपनी हरकत से बाज नहीं आया और उसने इस मीटिंग में जम्मू कश्मीर के नाम पर एक ऐसी चाल चली कि उसे शर्मिंदा होना पड़ गया।
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डोवाल की जगह खाली कुर्सी
मंगलवार को हुई वर्चुअल मीटिंग में एनएसए डोवाल की जगह उनकी खाली कुर्सी रखी थी। पाकिस्तान के प्रतिनिधित्व डॉक्टर मोइद युसूफ जहां पर बैठे थे उसके पीछे पाकिस्तान का राजनीतिक नक्शा नजर आ रहा था। यही नक्शा डोवाल की नाराजगी की वजह बन गया था। इस नक्शे में पाकिस्तान ने जम्मू कश्मीर को अपनी सीमा में दिखाया था। डोवाल का मानना था कि पाकिस्तान ने जान-बूझकर यह हरकत की है। डोवाल के इस एक्शन से रूस भी सकते में था। सूत्रों की मानें तो रूस ने भी पाकिस्तान को चेतावनी दी है। भारत और पाकिस्तान को पिछले ही वर्ष एससीओ में बतौर सदस्य शामिल किया गया है। भारत सरकार का कहना है कि पाकिस्तान ने मेजबान रूस का भी अपमान किया है।
गुजरात का हिस्सा भी अपने नक्शे में
जो नक्शा पाकिस्तान ने प्रदर्शित किया था, उसे हाल ही में संसद में मंजूरी दी गई है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा कि पाकिस्तान के प्रतिनिधि डॉक्टर मोईद ने सर क्रीक रेखा के तहत आने वाले हिस्सों को भी अपने क्षेत्र में बताने वाले नक्शे को मीटिंग में प्रदर्शित किया था। इसके तहत उसने गुजरात के जूनागढ़ पर भी अपना दावा किया है। एनएसए डोवाल इस मीटिंग में पाक के इस नक्शे के प्रदर्शित होने के बाद मीटिंग से उठकर चले गए थे। अनुराग श्रीवास्तव ने कहा, 'एससीओ देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की मीटिंग, जिसकी मेजबानी रूस कर रहा था, पाक के एनएसए की तरफ से गलत नक्शा पेश किया जिसे हाल ही में जारी किया गया है।'
रूस ने दी पाक को वॉर्निंग
इस घटना के बाद रूस की तरफ से भारत को भरोसा दिलाया गया है कि वह पाकिस्तान के इस तरह की हरकत का समर्थन नहीं करता है। रूस ने कहा कि उसे उम्मीद है कि इससे भारत और रूस के रिश्ते पर कोई असर नहीं पड़ेगा। रूस ने पाकिस्तान को भी आगाह किया है। यह बात भी गौर करने वाली है कि मेजबान रूस ने पिछले ही हफ्ते एससीओ देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक से पहले ही कहा था कि एससीओ चार्टर में द्विपक्षीय विवादों को नहीं उठाया जा सकता है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा कि उम्मीद के मुताबिक ही पाकिस्तान ने मीटिंग में भारत के खिलाफ चालें चलीं और गलत विचार रखे।
रूस ने डोवाल को कहा, थैंक्यू
रूस के नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल के मुखिया निकोलई पैट्रूसेव ने भारतीय प्रतिनिधि दल और एनएसए डोवाल के मीटिंग में शामिल होने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने उम्मीद जताई कि वह आने वाले आयोजनों में डोवाल से उनकी मुलाकात होगी। गौरतलब है कि पाकिस्तान की इमरान खान सरकार ने अगस्त की शुरुआत में अपना नया नक्शा जारी किया था। इसमें पाकिस्तान ने लद्दाख और जम्मू-कश्मीर के सियाचिन के साथ गुजरात के जूनागढ़ और सर क्रीक को भी अपना बताया था। पाकिस्तान की इस हरकत को भारत ने साफ तौर पर नकार दिया था और इसे बेवकूफी वाला काम बताया था।