भारत-श्रीलंका-मालदीव समुद्री सुरक्षा सम्मेलन के लिए कोलंबों पहुंचे NSA अजीत डोभाल
नई दिल्ली। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल शुक्रवार को भारत-श्रीलंका-मालदीव के बीच एनएसए स्तर की त्रिपक्षीय समुद्री सुरक्षा सहयोग सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए कोलंबो पहुंच गए हैं। श्रीलंका भारतीय उच्चायोग के मुताबिक NSA डोभाल का कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल शैवेंद्र सिल्वा द्वारा गर्मजोशी से स्वागत किया गया। दो दिवसीय दौरे पर कोलंबो पहुंचे एनएसल डोभाल चौथी त्रिपक्षीय भारत-श्रीलंका-मालदीव सम्मेलन में हिस्सा लेगें। तीनों देशों के बीच त्रिपक्षीय समुद्री सहयोग सम्मेलन 6 वर्ष हो रहा है। वर्ष 2014 में आखिरी बार यह सम्मेलन नई दिल्ली में हुआ था।
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गौरतलब है गुरुवार को विदेश मंत्रालय ने बताया था कि एनएसए डोभाल पड़ोसी देश में श्रीलंका में आयोजित चौथे त्रिपक्षीय समुद्री सुरक्षा सहयोग सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए कोलंबो की दो दिवसीय यात्रा पर जाएंगे। मंत्रालय ने जारी बयान में कहा था कि एनएसए डोभाल श्रीलंका के रक्षा मंत्रालय के सचिव जनरल (सेवानिवृत्ति) कमल गुणारत्ने के निमंत्रण पर एनएसए स्तर के चौथे त्रिपक्षीय सुरक्षा सहयोग सम्मेलन में हिस्सा लेने कोलंबो जाएंगे।
चीन
की
जगह
अब
भारतीय
कपड़ों
से
तैयार
होंगे
आर्मी
यूनिफॉर्म,
थैक्स
टू
डीआरडीओ
मंत्रायल की ओर जारी बयान में कहा गया था कि एनएसए स्तरीय त्रिपक्षीय समुद्री सुरक्षा सहयोग सम्मेलन हिंद महासागरीय देशों के बीच सहयोग के लिए एक प्रभावी मंच साबित हुआ है। मालदीव के रक्षा मंत्री मारिया दीदी सम्मेलन में मालदीव का प्रतिनिधुत्व करेंगी। इस बैठक में हिंद महासागर क्षेत्र में समुद्री सुरक्षा सहयोग से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। हालांकि दो दिवसीय कोलंबो दौरे के दौरान एनएसए डोभाल सम्मेलन से इतर श्रीलंका के साथ अन्य उच्च स्तरीय दिवपक्षीय बैठकों में हिस्सा ले सकते हैं।
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शादी?
उल्लेखनीय है वर्ष 2013 में द्वितीय भारत-श्रीलंका-मालदीव के बीच त्रिपक्षीय समुद्री सुरक्षा सम्मेलन की मेजबानी भी श्रीलंका द्वारा की गई थी। यह सम्मेलन गत 8 जुलाई, 2013 में कोलंबो में आयोजित किया था और एक बार फिर छह साल बाद श्रीलंका 27 और 28 अक्टूबर को भारत और मालदीव के साथ समुद्री सुरक्षा सहयोग सम्मेलन की मेजबानी करेगा। श्रीलंका के सैन्य प्रवक्ता ब्रिगेडियर चंदना विक्रमसिंघान के मुताबिक सम्मेलन में बांग्लादेश, मॉरीशस और सेशेल्स पर्यवेक्षक के रूप में मौजूद रहेंगे। भारत-श्रीलंका-मालदीव त्रिपक्षीय समुद्री सुरक्षा सम्मेलन की पहली बैठक मालदीव में 2011 में हुई थी।
पाकिस्तान
में
बलात्कारी
बनाएं
जाएंगे
नपुंसक,
जानिए
कैसे
होता
है
केमिकल
कैस्ट्रेशन?
वर्ष 2013 में श्रीलंका की मेजबानी में हुए तृतीय भारत-श्रीलंका-मालदीव समुद्री सुरक्षा सहयोग सम्मेलन में तीनों पक्षों के बीच इस बात पर सहमति हुई कि हिंद महासागर क्षेत्र (आई ओ आर) में वर्तमान समुद्री सुरक्षा परिवेश में भारत, मालदीव और श्रीलंका के बीच समुद्री सहयोग के स्तर को ऊपर उठाना महत्वपूर्ण है। इस संदर्भ में हिंद महासागर के अन्य पार्श्विक देशों को शामिल करने के लिए त्रिपक्षीय पहल के कार्य क्षेत्र को विस्तृत करने की संभावना का पता लगाने पर भी सहमति हुई थी।
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