राम मंदिर निर्माण के लिए सरकार से कोई मदद नहीं ली जाएगी: नृत्यगोपाल दास
अयोध्या। केंद्र सरकार की ओर से गठित 'राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट' की पहली बैठक में महंत नृत्यगोपाल दास को ट्रस्ट का अध्यक्ष चुना गया था। विश्व हिंदू परिषद के चंपत राय को ट्रस्ट का महासचिव चुना गया था। वहीं, अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर 'राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट' के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास ने कहा कि 6 महीने में मंदिर निर्माण का काम शुरू हो जाएगा। साथ ही उन्होंने कहा कि राम मंदिर निर्माण के लिए कोई सरकारी दान या चंदा नहीं लिया जाएगा।
सरकार से कोई मदद नहीं ली जाएगी: नृत्यगोपाल दास
ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास ने कहा कि मंदिर का निर्माण पहले प्रदर्शित मॉडल की तर्ज पर ही होगा। हालांकि, उन्होंने कहा कि इसमें मामूली बदलाव किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि जनता के सहयोग से भव्य राम मंदिर का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार के पास पहले से ही कई समस्याएं हैं, हम उनपर अधिक बोझ नहीं डाल सकते हैं। महंत नृत्यगोपाल दास ने कहा कि मंदिर निर्माण में शामिल होने के लिए सभी राज्यों के राज्यपाल और मुख्यमंत्रियों को अयोध्या आमंत्रित किया जाएगा।
'राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट' के अध्यक्ष हैं महंत नृत्यगोपाल दास
इस ट्रस्ट का कोषाध्यक्ष गोविंद देवगिरि को बनाया गया है। मंदिर निर्माण समिति के चेयरमैन पूर्व कैबिनेट सचिव नृपेंद्र मिश्रा होंगे। ट्रस्ट की पहली बैठक में महंत धीरेंद्र दास, स्वामी परमानंद जी महाराज, वासुदेवानंद जी महाराज, चंपत राय, महंत नृत्य गोपाल दास, कामेश्वर चौपाल, अवनीश अवस्थी, महंत गोविंद गोविंद देव जी महाराज प्रसन्ना तीर्थ शामिल हुए थे।
विवादित जमीन को रामलला को सौंपने का कोर्ट ने दिया था आदेश
बता दें कि संसद के बजट सत्र के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट के नाम का ऐलान किया था। पीएम मोदी ने बताया था कि 'श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र' नाम से ये ट्रस्ट होगा। उन्होंने बताया था कि 67.3 एकड़ जमीन श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र को दी जाएगी। जबकि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के अनुसार सुन्नी वक्फ बोर्ड को 5 एकड़ जमीन दी जाएगी। सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या राम जन्मभूमि पर ऐतिहासिक फैसला सुनाते हुए विवादित जमीन को रामलला को सौंपने का आदेश दिया था।