NRC Row: बंगाल में ममता दीदी का दीप बुझने वाला है, कमल खिलने वाला है- दिनेश शर्मा
लखनऊ। असम में नेशनल रसिस्टर ऑफ सिटिजेन को अंतिम रूप दे दिया गया है, इस ड्राफ्ट के अनुसार असम में कुल 40 लाख लोग अवैध रूप से यहां रह रहे हैं। इस आकंड़े के सा्मने आने के बाद से लगातार इस मुद्दे पर तमाम सियासी दल भाजपा सरकार को घेर रहे हैं। लेकिन इस बीच उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने बड़ा बयान दिया है। दिनेश शर्मा ने कहा कि बंगाल मेंममता दीदी का दीप बुझने वाला है और वहां के दलदल में कमल खिलने वाला है।
ममता दीदी का दीप बुझने वाला है
दिनेश शर्मा ने कहा कि इस मामले में किसी को जाति या धर्म बीच में लेकर नहीं आना चाहिए, ये अवैध नागरिक भारतीय मुसलमान, हिंदू, ईसाईयों का भी अधिकार छीन रहे हैं। अब बंगाल में ममता दीदी का दीप बुझने वाला है और वहां के दलदल में कमल खिलने वाला है, यह खुद ममता दीदी भी जानती हैं, इसीलिए वह भाजपा सरकार पर गलत आरोप लगा रही हैं। शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार देश के विकास के लिए काम कर रहे हैं।
हमारा अधिकार छीनने का किसो को हक नहीं
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री देश के 125 करोड़ लोगों के लिए काम कर रहे हैं, वह सबका साथ सबका विकास के मंत्र पर आगे बढ़ रहे हैं। ऐसे में अगर कोई हमारे देश में अवैध तरीके से रहने लगता है, वह बंगाल में हो सकता है, असम में हो सकता है, यूपी में हो सकता है, लेकिन यहां अवैध तरीके से रहने मात्र से उसे हमारे अधिकार छीनने का बिल्कुल हक नहीं है। गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने दिल्ली के कंस्टीट्यूशन क्लब में एनआरसी मुद्दे पर बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा था कि वर्तमान सरकार के लिए पिछले चुनाव में 40 लाख से अधिक लोगों ने वोट दिए थे, लेकिन आज वे अपने ही देश में शरणार्थी हो गए हैं।
भाजपा बंगाल में भी कराना चाहती है अवैध नागरिकों की पहचान
आपको बता दें कि इससे पहले भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि पश्चिम बंगाल का युवा चाहता है कि यहां बांग्लादेश से आए अवैध नागरिकों की पहचान की जाए, क्योंकि इनकी वजह से उन्हें बेरोजगारी, कानून व्यवस्था जैसी तमाम मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। पश्चिम बंगाल के लोगों की इस मांग का भाजपा समर्थन करती है। इससे पहले भाजपा ने कहा था कि पश्चिम बंगाल में अवैध बांग्लादेशी नागरिकों की पहचान होनी चाहिए, इनकी संख्या करोड़ों में हो सकती है।
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