एनआरसी मुद्दे पर पी चिदंबरम का केंद्र से सवाल, क्या कीजिएगा 19 लाख लोगों का?
नई दिल्ली। वरिष्ठ कांग्रेस नेता जोकि आईएनएक्स मीडिया मामले में तिहाड़ जेल में बंद हैं, उन्होंने एनआरसी मुद्दे पर मोदी सरकार पर निशाना साधा है। पी चिदंबरम ने केंद्र सरकार से पूछा है कि आखिर वह 19 लाख गैर भारतीय नागरिकों के मुद्दे को कैसे संभालेगी। एक तरफ केंद्र सरकार की ओर से बांग्लादेश को यह आश्वासन दिया गया है कि उसके उपर इस एनआरसी की प्रक्रिया का कोई असर नहीं पड़ेगा, ऐसे में केंद्र सरकार 19 लाख उन नागरिकों के मसले का समाधान कैसे करेगी, जिनका नाम एनआरसी में शामिल नहीं किया गया है।
शेख
हसीना
बोलीं,
सब
ठीक
है
पिछले
हफ्ते
बांग्लादेश
की
प्रधानमंत्री
शेख
हसीना
भारत
के
दौरे
पर
थीं।
इस
दौरान
उन्होंने
कहा
था
कि
वह
प्रधानमंत्री
नरेंद्र
मोदी
के
आश्वासन
से
संतुष्ट
हैं,
जोकि
उन्होंने
दिया
है
कि
एनआरसी
प्रक्रिया
का
कोई
असर
बांग्लादेश
पर
नहीं
पड़ेगा।
पीएम
मोदी
ने
यूएन
में
कहा
था
कि
बांग्लादेश
को
असम
में
एनआरसी
लागू
होने
की
वजह
से
चिंतित
होने
की
जरूरत
नहीं
है,
इस
प्रक्रिया
का
उसपर
कोई
असर
नहीं
पड़ेगा।
एनआरसी
के
मुद्दे
पर
शेख
हसीना
ने
कहा
कि
मुझे
इसको
लेकर
कोई
समस्या
नहीं
दिखती
है,
मैंने
प्रधानमंत्री
से
इस
बाबत
बात
की
थी,
सबकुछ
सही
है।
परिवार
ने
किया
ट्वीट
बता
दें
कि
पी
चिदंबरम
सीबीआई
द्वारा
गिरफ्तार
किए
जाने
के
बाद
से
ही
जेल
में
बंद
हैं,
लेकिन
उनकी
जगह
उनके
परिवार
को
ट्वीट
करने
की
इजाजत
दी
गई
है।
पी
चिदंबरम
के
आधिकारिक
ट्विटर
हैंडल
से
ट्वीट
करके
लिखा
गया
है
कि
मैंने
अपने
परिवार
से
ट्वीट
करने
के
लिए
कहा
है।
अगर
एनआरसी
कानूनी
प्रक्रिया
है,
तो
आखिर
कैसे
यह
कानूनी
प्रक्रिया
19
लाख
लोगों
के
साथ
बर्ताव
करेगी,
,अगर
उन्हें
गैर
भारतीय
घोषित
कर
दिया
गया
है।
आखिर
कबतक
इन
लोगों
को
उनके
मानवाधिकारों
से
दूर
रखा
जाएगा
बता
दें
कि
असम
की
फाइनल
एनआरसी
लिस्ट
से
19
लाख
लोगों
को
बाहर
कर
दिया
गया
है।
कुल
3.30
करोड़
लोगों
ने
एनआरसी
के
लिए
आवेदन
किया
था।
पी
चिदंबरम
ने
केंद्र
सरकार
पर
हमला
बोलते
हुए
कहा
कि
आखिर
कबतक
19
लाख
लोग
अनिश्चितता
के
दौर
में
रहेंगे।
आखिर
कबतक
उन्हें
उनके
मानवाधिकारों
से
दूर
रखा
जाएगा।