अमेरिका की ओर से भारत को GSP कार्यक्रम से बाहर करने पर इन्फोसिस के संस्थापक ने क्या कहा जानिए
नई दिल्ली। अमेरिका की ओर से जीएसपी कार्यक्रम सूची से भारत को बाहर निकाले जाने के निर्णय पर इन्फोसिस के संस्थापक एनआर नारायण मूर्ति ने कहा है कि मुकाबला करने का सबसे अच्छा तरीका है, हमें कड़ी मेहनत और स्मार्ट तरीके से काम करना होगा। बता दें कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को एक ये फैसला लिया है कि है वह भारत का नाम उन देशों की सूची से बाहर कर देंगे, जो सामान्य कर मुक्त प्रावधानों (जीएसपी) कार्यक्रम का लाभ उठा रहे हैं।
अमेरिका के इसी फैसले पर इन्फोसिस के संस्थापक एनआर नारायण मूर्ति ने कहा कि हमें कड़ी मेहनत और बेहतर तरीके से काम करना होगा। हमें अधिक अनुशासित और प्रतिस्पर्धी होना होगा। हम दूसरों पर दोषारोपण करते रह सकते हैं, लेकिन अंतिम उपाय यही है कि हम बेहतर हों। बता दें कि जीएसपी कार्यक्रम का लाभ उन उत्पादों पर उठाया जाता है जिनका निर्यात अमेरिका को किया जाता है। अमेरिका के कानून के अनुसार ये बदलाव अधिसूचना जारी होने के दो महीने बाद से लागू हो जाएगा। अमेरिका ने कहा कि भारत के अलावा तुर्की का नाम भी इस सूची से बाहर कर दिया गया है।
NR Narayana Murthy, Infosys founder on US decision to withdraw India’s name from GSP program list: Best way to combat, we have to work harder and smarter, we have to be more disciplined and competitive. We can keep on blaming others but ultimate solution is to us becoming better. pic.twitter.com/IM9VVUpJa7
— ANI (@ANI) March 7, 2019
भारत को जीएसपी से बाहर किए जाने पर ट्रंप ने कहा कि यह फैसला इसलिए लिए है क्योंकि भारत अब वैधानिक पात्रता मानदंडो का पालन नहीं कर रहा है। जीएसपी प्रोग्राम साल 1970 को शुरू हुआ था, तभी से भारत इसका लाभ उठा रहा है। अमेरिका का कहना है कि भारत इसका सबसे बड़ा लाभर्थी रहा है। इस फैसले का भारत पर बहुत बड़ा असर पडे़गा। बता दें कि इस सूची में शामिल देशों के हजारों उत्पादों को अममेरिका में कर-मुक्त छूट की अनुमति देकर आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए लाया गया था।
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