UPI ट्रांजेक्शन को लेकर NPCI ने बनाया नया नियम, गूगल पे और फोन पे जैसी कंपनियों पर पड़ेगा असर
नई दिल्ली: भारत में डिजिटल पेमेंट का चलन तेजी से बढ़ रहा है। पीएम मोदी खुद कई बार डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देते नजर आए हैं, लेकिन अब नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने एक नया नियम निकाला है। जिसके तहत UPI भुगतान प्रणाली के किसी भी तीसरे पक्ष को सभी UPI लेनदेन के 30 प्रतिशत से अधिक ले जाने की अनुमति नहीं होगी, यहां तीसरे पक्ष का मतलब गूगल पे, फोन पे जैसे ऐप हैं। हालांकि ये नियम तत्काल प्रभाव से लागू नहीं किया गया है, इसे जनवरी 2021 में लागू किया जाएगा।
पेटीएम पर ज्यादा असर नहीं
एक रिपोर्ट के मुताबिक NPCI ने थर्ड पार्टी ऐप पर 30 फीसदी का कैप लगाने का फैसला लिया है। जिससे थर्ड पार्टी ऐप की मोनोपॉली तो रूकेगी ही, साथ ही उसे साइज के हिसाब से जो विशेष फायदा मिलता था वो भी रुकेगा। वहीं ये नियम केवल Google पे जैसे ऐप को कवर करने वाला है जो बैंकिंग नेटवर्क का हिस्सा नहीं हैं। पेटीएम जैसे ऐप जिनके पास बैंकिंग लाइसेंस हैं, उन्हें TPAPs नहीं माना जाता है। ऐसे में वो कवर नहीं किए जाएंगे। साथ ही वो UPI लेनदेन भी कर सकते हैं।
गूगल ने फैसले पर जताया आश्चर्य
विशेषज्ञों के मुताबिक फोन पे और गूगल पे पर इस नियम का सबसे ज्यादा असर पड़ेगा, क्योंकि मौजूदा वक्त में 40 प्रतिशत से ज्यादा लेन-देन इन्हीं दो कंपनियों के जरिए होता है। इस फैसले से लाखों ग्राहकों पर भी असर पड़ेगा। वहीं गूगल ने NPCI के इस फैसले पर आश्चर्य जताया है। गूगल के बिजनेस हेड सजीत शिवानंदन ने कहा कि अभी भारत में डिजिटल भुगतान प्रारंभिक अवस्था में है। ऐसे में इस दिशा में कोई भी हस्ताक्षेप ग्राहकों की पसंद और नवीनीकरण में तेजी लाने के लिए किया जाना चाहिए। इससे उन लाखों उपभोगकर्ताओं पर असर पड़ेगा, जो रोजाना UPI से भुगतान करते हैं।
एक दिन पहले Whatsapp पेमेंट को मंजूरी
आपको बता दें कि NPCI का ये फैसला Whatsapp पेमेंट को अनुमति मिलने के एक दिन बाद आया है। गूगल पे की तरह अब आप Whatsapp से भी यूपीआई फंड ट्रांसफर कर सकते हैं। Whatsapp के मुताबिक उन्होंने भारत में पेमेंड ऑप्शन को लाइव कर दिया है। यूजर अपने ऐप को अपडेट कर इसका लाभ उठा सकते हैं। Whatsapp से पैसे भेजने के लिए दोनों यूजर्स के पास अपडेट वर्जन और यूपीआई एक्टिव होना चाहिए। अगर आपको Whatsapp पर यूपीआई ऐड करना है, तो आप मोबाइल नंबर और एटीएम की मदद से कर सकते हैं।
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