‘चार्जशीट’ तैयार कर स्वामी ने अलापा राजन को हटाने का राग
नई दिल्ली। केंद्र की मोदी सरकार के दो वर्ष पूरा होने के मौके पर एक तरफ रिजर्व बैंक के गर्वनर रघुराम राजन ने प्रधानमंत्री नरेंद्रमोदी से मुलाकात की तो वहीं बीजेपी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने फिर से उनको हटाने का पुराना राग छेड़ दिया है।
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इस वर्ष खत्म हो रहा है राजन का कार्यकाल
स्वामी ने पीएम मोदी को एक चिट्ठी लिखकर कर राजन को जल्द से जल्द हटाने की मांग की है। बतौर गर्वनर राजन का कार्यकाल इस वर्ष सितंबर में खत्म हो रहा है। माना जा रहा है कि वह दूसरी बार गर्वनर बनाए जा सकते हैं। लेकिन वहीं स्वामी की ओर से उनके खिलाफ आवाज लगातार बुलंद होती जा रही है।
राजन के खिलाफ छह प्वाइंट
इस बार स्वामी ने राजन के खिलाफ छह प्वाइंट भी अपनीी चिट्ठी में लिखे हैं। स्वामी ने राजन पर मोदी सरकार की उपेक्षा का आरोप लगाया है।
क्या हैं स्वामी के छह प्वाइंट्स
- राजन ने अब तक अपना यूएस ग्रीन कार्ड बनाए रखा है। वह ट्रांजिशनली करके भी अमेरिका वीजा हासिल कर सकते हैं। आरबीआई गवर्नर की पोस्ट काफी संवेदनशील जगह है और यहां देशभक्त व्यक्ति की जरूरत है जो बिना शर्तों के अपने देश के लिए काम करे।
- राजन ने दुनिया भर के लोगों को भारत से जुड़ी आर्थिक रिपोर्ट और जरूरी आंकड़े भेजे हैं। ये काफी संवेदनशील आंकड़े थे और देश की सुरक्षा को उनके इस कदम से खतरा हो सकता है।
- सरकारी कर्मचारी होने के बाद भी वह लगातार पब्लिक प्लेसेज पर केंद्र सरकार की आलोचना करते आए हैं। असहिष्णुता के मुद्दे से लेकर ग्रोथ रेट तक पर राजन ने सरकार से अलग अपनी राय रखी।
- राजन एक अमेरिकन आर्गनाइजेशन ग्रुप ऑफ 30 के मेंबर भी हैं। यह संस्था ग्लोबल इकॉनमी में अमेरिका को सर्वोच्च बनाए रखने के उद्देश्य से काम कर रही है।
- राजन की ओर से ब्याज दरें बढ़ाए जाने की वजह से घरेलू छोटी और मध्यम इंडस्ट्री में मंदी आ रही है। उत्पादकता घट रही है और बेरोजगारी में भी इजाफा हो रहा है।
- राजन ने पीएम की ओर से स्टे ऑर्डर होने के बावजूद शरिया कंप्लेंट फाइनेंशियल ऑर्गेनाइजेशन स्थापित करने की पूरी कोशिश की।