J&K:अब कश्मीरी पंडितों ने दिखाए 'फ्री कश्मीर......' के पोस्टर
नई दिल्ली- जम्मू-कश्मीर के दौरे पर गए 15 देशों के राजनयिकों को शुक्रवार को कश्मीरी पंडितों की ओर से 'फ्री कश्मीर फ्रॉम इस्लामिक टेररिज्म' के पोस्टर दिखाए हैं। बता दें कि ये प्रतिनिधिमंडल प्रदेश की हालातों का जायजा लेने के लिए दो दिवसीय दौरे पर वहां गया हुआ है। बाद में यह प्रतिनिधिमंड कश्मीरी पंडितों से जाकर मिला भी और उनकी बातें भी सुनीं। गुरुवार को उसने कश्मीर में स्थानीय लोगों से मुलाकात की थी और जमीनी हालातों की समीक्षा की थी। 5 अगस्त, 2019 के बाद ये दूसरा मौका है, जब विदेशी राजयनिकों का प्रतिनिधिमंडल जम्मू-कश्मीर की हालात का मौके पर जायजा लेने के लिए वहां गया है।
'फ्री कश्मीर फ्रॉम इस्लामिक टेररिज्म'
जम्मू में शुक्रवार को 15 देशों के राजयनिकों का काफिला जगती विस्थापित टाउनशिप की ओर बढ़ रहा था तो रास्ते में दो कश्मीरी पंडित उनके रास्ते में पोस्टर लिए खड़े थे। इस पोस्टर पर लिखा गया था, "फ्री कश्मीर फ्रॉम इस्लामिक टेररिज्म।" यानि 'कश्मीर को इस्लामिक आतंकवाद से आजाद करो'। बता दें कि ये विदेशी राजनयिक गुरुवार से दो दिनों के दौरे पर जम्मू-कश्मीर पहुंचे थे और शुक्रवार को दौरे के आखिरी दिन में वे जगती माइग्रेंट टाउनशिप में कश्मीरी विस्थापितों से मुलाकात करने पहुंचे थे। बता दें कि जगती विस्थापित टाउनशिप जम्मू के बाहरी इलाके में है, जहां विस्थापित कश्मीर पंडित पिछले तीन दशकों से रह रहे हैं। 1989-90 में जब कश्मीरी पंडितों को कश्मीर के उनके घरों से भगाया गया था तो उन्होंने जम्मू समेत देश के विभिन्न हिस्सों में जाकर शरण ली थी।
कश्मीरी पंडितों से मुलाकात भी की
इससे पहले शुक्रवार सुबह में राजनयिकों के प्रतिनिधिमंडल ने जम्मू में सिविल सोसाइटी के सदस्यों और कश्मीरी पंडितों के नेताओं से भी मुलाकात की थी। इससे पहले गुरुवार को प्रतिधिमंडल ने श्रीनगर में राजनीतिक दलों के नेताओं, स्थानीय लोगों और सेना के अधिकारियों से भी मुलाकात की थी। इस दौरान स्थानीय लोगों ने उनके सामने प्रदेश में रक्तपात की पाकिस्तानी दावों को पूरी तरह से खारिज कर दिया था। बल्कि, उन्होंने जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान के आतंकी खेल की पूरी कहानी बयां करके रख दी।
आर्टिकल-370 हटने के बाद राजनयिकों का दूसरा दौरा
गौरतलब है कि विदेशी राजनयिकों का प्रतिनिधिमंडल राज्य में आर्टिकल-370 हटाए जाने के बाद वहां सामान्य स्थिति की बहाली का आंखों देखा हाल जानने के लिए जम्मू-कश्मीर दौरे पर पहुंचे हैं। इस प्रतिनिधिमंडल में अमेरिका, दक्षिण कोरिया, वियतनाम, बांग्लादेश, मालदीव, मोरक्को, फिजी, नॉर्वे, फिलीपींस, अर्जेंटीना, पेरू, नाइजर, नाइजेरिया, टोगो और गुयाना के राजयनिक शामिल हैं। बता दें कि जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा हटाए जाने के बाद यह दूसरा मौका है, जब विदेशी राजयनियकों का प्रतिनिधिमंडल प्रदेश के दौरे पर पहुंचा है। पिछले साल यूरोपियन यूनियन के सांसदों का एक प्रतिनिधिमंडल वहां का जायजा लेकर लौटा था।