अब गायों का भी बनेगा मृत्यु प्रमाण पत्र, जानिए क्या है पूरा मामला
नई दिल्ली। सामान्य तौर पर जानवरों के मरने के बाद आप उसे दफना देते हैं। लेकिन अब इंसानों की ही तरह जानवरों का अंतिम संस्कार करने के लिए आपने उनका मृत्यु प्रमाण पत्र हासिल करना होगा। बिना मृत्यु प्रमाण पत्र के आप जानवरों को दफना नहीं सकते हैं। दरअसल मुंबई में मरने वाली गायों को पहले शहर से बाहर दफनाया जाता था, लेकिन जब उन्हें दफनाने के लिए शहर से बाहर ले जाया जाता है तो इस दौरान रास्ते में उन्हें गो तस्कर समझकर लोगों के साथ मारपीट की जाती है और उन्हें परेशान किया जाता है।
इन्ही तमाम मुश्किलों से बचने के लिए प्रशासन ने यह नया तरीका ढूंढ़ निकाला है। जिसके बाद अब जानवरों के मरने के बाद उनका मृत्यु प्रमाण पत्र जारी किया जाएगा। जिससे कि मृत जानवर को ले जाने वाले को गो तस्कर ना समझा जाए और उन्हें किसी तरह की मुश्किल का सामना ना करना पड़े। पशु चिकित्सालय द्वारा जानवरों का यह मृत्यु प्रमाण पत्र जारी किए जाते हैं। एक डॉक्टर ने बताया कि कुछ महीनों में जिस तरह से गाय को लेकर राजनीति गर्म है उसे देखते हुए यह फैसला लिया गया है।
डॉक्टर ने बताया कि मृत गायों को दफनाने के लिए ले जाने में काफी दिक्कत का सामना करना पड़ता है, इसी वजह से यह फैसला लिया गया है। गायों को ले जाने वालों का कहना था कि उन्हें रास्ते में रोका जाता है और उनके साथ काफी पूछताछ होती है। लिहाजा उन्हें एक विशेष प्रमाण पत्र दिया जाता है जिसमे यह लिखा होता है कि गाय की स्वभाविक मौत हुई है और उसे दफनाने केक लिए ले जाया जा रहा है। दरअसल गायों का पोस्टमार्टम करने के लिए उनके शरीर को फाड़ा जाता है, जिसे लोग देखकर भ्रमित हो जाते हैं और उन्हें शक होता है कि गाय के शव को ले जाने वाले गो तस्कर हैं।
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