दिल्ली में ठंड ने अभी से तोड़े रिकॉर्ड, पिछले 71 साल में सबसे सर्द महीना रहा नवंबर
नई दिल्ली। कोरोना वायरस महामारी और प्रदूषण की समस्या के बीच देश की राजधानी दिल्ली में ठंड भी लगातार नए रिकॉर्ड बना रही है। पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी की वजह से मैदानी इलाकों में अभी से सर्द हवाएं चलने लगी हैं। इस बीच भारतीय मौसम विभाग ने बताया है कि इस साल दिल्ली में नवंबर का महीना पिछले 71 सालों में सबसे ठंडा रहा है। मौसम विभाग के मुताबिक नवंबर में औसम न्यूनतम तापमान 10.2 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया और शीतलहर जैसे हालात बन गए। इससे पहले नवंबर 1949 में दिल्ली के अंदर औसत न्यूनतम तापमान 10.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।

मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली के अंदर साल 1938 में नवंबर के महीने में औसत न्यूनतम तापमान 9.6 डिग्री सेल्सियस, 1931 में 9 डिग्री सेल्सियस और 1930 में 8.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। आमतौर पर दिल्ली में नवंबर में औसत न्यूनतम तापमान 12.9 डिग्री सेल्सियस रहता है। हालांकि पिछले तीन सालों में नवंबर के महीने में दिल्ली के औसत तापमान में बढ़ोत्तरी दर्ज हुई है। मौसम विभाग ने बताया कि पिछले साल यानी 2019 में दिल्ली में नवंबर का औसत न्यूनत तापमान 15 डिग्री सेल्सियस, 2018 में 13.4 डिग्री सेल्सियस और 2017 व 2016 में 12.8 डिग्री रिकॉर्ड किया गया था।
नवंबर में चार दिन रहे शीतलहर के नाम
आपको बता दें कि हिमाचल प्रदेश, जम्मू कश्मीर और उत्तराखंड में पहाड़ों पर जमकर बर्फबारी हो रही है, जिसके चलते मैदानी इलाकों में ठंड बढ़ गई है। दिल्ली में लोगों ने इस महीने 3, 20, 23 और 24 नवंबर को शीतलहर का भी सामना किया। गौरतलब है कि मैदानी इलाकों में मौसम विभाग उस समय शीतलहर की घोषणा करता है, जब न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस या उससे नीचे गिर जाता है। इसके अलावा लगातार दो दिनों तक अगर तापमान सामान्य से साढ़े चार डिग्री तक कम रहे तो शीतलहर का अलर्ट घोषित कर दिया जाता है।