लॉकडाउन के चलते अप्रैल में नहीं बिकी बजाज की एक भी गाड़ी, बिक्री रही शून्य
लॉकडाउन के चलते अप्रैल में नहीं बिकी बजाज की एक भी गाड़ी, बिक्री रही शून्य Not a single Bajaj vehicle sold in April due to lockdown, ZERO sold
नई दिल्ली। कोविड 19 महामारी ने पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था को भारी नुकसान पहुंचाया है। भारत भी इससे अछूता नहीं है। देश की दिग्गज ऑटोमोबाइल कंपनियों को भी भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। कोरोना वायरस संक्रमण के फैलाव से बचाव के उपायों के तहत देश भर में लॉकडाउन किया गया था। इसी के चलत सभी कंपिनयों पर ताला लगा रहा, ऑटो सेक्टर में बीतें महीने एक भी गाड़ी सेल नहीं हुई हैं। बजाज ऑटो कंपनी ने अप्रैल की सेल्स के आंकड़े जारी किए हैं। इसमें कंपनी की ओर से बताया गया है कि अप्रैल के महीने में घरेलू बाजार में कंपनी ने बिक्री शून्य रिकॉर्ड की है। गाड़ियों की सेल ना हो पाने की वजह लॉकडाउन बताई गई है।
घरेलू बाजार में जीरो रही बिक्री
बजाज ऑटो ने अप्रैल, 2020 में घरेलू बाजार में शून्य बिक्री की सूचना दी है। हालांकि, कंपनी ने बताया कि दोपहिया और वाणिज्यिक वाहनों दोनों श्रेणियों में 37,878 इकाइयों के निर्यात किया गया। बता दें इससे पूर्व मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड ने अप्रैल की सेल्स के आंकड़े जारी किए थे। जिसमें कंपनी की ओर से बताया गया है कि अप्रैल के महीने में घरेलू बाजार में कंपनी ने बिक्री शून्य रिकॉर्ड की है। गाड़ियों की सेल ना हो पाने की वजह लॉकडाउन बताई गई है। इतिहास में ये पहला ऐसा मौका है जब बजाज की गाड़ी का घरेलू बाजार में बिक्री का आंकड़ा शून्य रहा।
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मार्च में लॉकडाउन में भी बिकी थी ये बाइक
हालांकि मीडिया रिपोर्ट के अनुसार बजाज ऑटो की लॉकडाउन के बावजूद अपनी एंट्री लेवन की बाइक डाॅमिनर 250 की मार्च में महीने में 861 यूनिट सेल करने में कामयाब रही है। ये बाइक 11 मार्च को लॉन्च किया गया था, और 25 मार्च से देशभर में तालाबंदी है। हालांकि डीलरों ने इस बाइक के लिए बुकिंग लांचिंग से पहले ही लेनी शुरु कर दी थी।
भारत के सबसे अमीर घरानों में से एक है बजात घराना
मालूम हो कि वर्ष 2015 में बजाज परिवार भारत के सबसे अमीर घरानों में 19 वें नंबर पर था और उसका नेटवर्थ 4.4 अरब डॉलर था। चार साल बाद यानी वर्ष 2019 में समूह का नेटवर्थ दोगुना होकर 9.2 अरब डॉलर पहुंच गया है। मालूम हो, वर्ष 2014 से 2019 के बीच मोदी सरकार पार्ट-1 की सरकार थी और मोदी सरकार पार्ट-1 यानी यूपीए सरकार पार्ट-2 में बजाज समूह की नेटवर्थ संपति वर्तमान की आधी थी।
अप्रैल में मारुति कंपनी की नहीं बिकी एक भी कार
बता दें देश में सबसे ज्यादा कार बेचने वाली कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड से लेकर लग्जरी कार बेचने वाली मर्सिडीज, ऑडी तक सभी का ऐसा ही हाल है। मालूम हो कि देश की सबसे बड़ी ऑटोमोटिव इंडस्ट्री मारुति सुजुकी में शुक्रवार को सेल्स रिपोर्ट जारी करते हुए बताया था कि इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है कि जब अप्रैल में कंपनी की एक भी कार नहीं बिकी। उन्होंने आगे बताया कि सरकार के आदेश के बाद उन्होंने 22 मार्च को अपने ऑपरेशन बंद कर दिए थे। ऐसा पहली बार हुआ कि अप्रैल में मारुति सुजुकी ने एक भी गाड़ी नहीं बेची। हालांकि, बंदरगाहों के खुलने के बाद कंपनी ने मूंदड़ा बंदरगाह से 632 कारों का निर्यात किया है। निर्यात के लिए सभी सुरक्षा दिशानिर्देशों का पालन किया गया है।