मोदी के मंत्री का बयान- देश में रोजगार की कमी नहीं, उत्तर भारतीयों में योग्यता की कमी
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नई दिल्ली। नरेंद्र मोदी सरकार के 100 दिन पूरे होने पर बरेली के आईवीआरआई सभागार में केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री संतोष गंगवार ने उत्तर भारत के लोगों की योग्यता पर ही सवाल खड़े कर दिए हैं। संतोष गंगवार ने कहा कि देश में नौकरियों की कमी नहीं है, उत्तर भारत के लोगों में योग्यता की कमी है। यहां नौकरी के लिए रिक्रूट करने आने वाले अधिकारी बताते हैं कि उन्हें जिस पद के लिए लोग चाहिए। उनमें वह योग्यता नहीं मिलती है। गंगवार के इस बयान से सियासी गलियारों में बवाल मचना तय माना जा रहा है।
मंत्री का कहना है कि हम इसी मंत्रालय को देखने का काम करते हैं। इसलिए मुझे जानकारी है कि देश में रोजगार की कोई कमी नहीं है। रोजगार बहुत है। रोजगार दफ्तर के आलावा हमारा मंत्रालय भी इसकी मॉनिटरिंग कर रहा है। रोजगार की कोई समस्या नहीं है बल्कि जो भी कंपनियां रोजगार देने आती हैं, उनका कहना होता है कि उन युवाओं में योग्यता नहीं है। मंदी की बात समझ में आ रही है, लेकिन रोजगार की कमी नहीं है।
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री मुद्रा योजना और कई अन्य योजनाओं के जरिये सरकार ने छोटे व्यापारियों को बड़ा उद्यमी बनाने की कोशिश की है। जिससे देश में रोजगार के अवसर पैदा हुए हैं। केंद्र सरकार 2024 तक हर घर में पीने का पानी पहुंचाने के प्रति वचनबद्ध है। ग्रामीण क्षेत्रों के 18 करोड़ परिवारों में से कुल तीन करोड 52 लाख परिवारों को ही नल से पीने का पानी मिल रहा है।
मुस्लिम महिलाएं हाथ मिला करती हैं खुशी का इजहार
संतोष गंगवार ने कहा कि मोदी सरकार ने संसद के एक सत्र में काफी विधेयक पारित कर रिकार्ड बनाया है। मॉनसून सत्र में 35 बिल पास किए गए। अनुच्छेद 370 को हटाने और तीन तलाक विधेयक संसदीय इतिहास में मील के पत्थर हैं। बकौल संतोष, 'मैं जब भी बाहर जाता हूं। मुस्लिम महिलाएं मुझसे हाथ मिलाती हैं। तीन तलाक बिल पास होने से उनको सम्मान से जीने का गौरव प्राप्त हुआ है। हाथ मिलाकर वह खुशी का इजहार करती हैं।'