लॉकडाउन के बावजदू नहीं होगी पेट्रोल, डीजल और एलपीजी की कोई कमी: इंडियन ऑयल निदेशक
नई दिल्ली। कोरोना वायरस (कोविड-19) के सामुदायिक फैलाव को रोकने के लिए इस हफ्ते की शुरुआत में भारत सरकार ने देश में 21 दिन का लॉकडाउन (सार्वजनिक पाबंदी) लगाया है। इस बीच कई जगहों से खबर आई कि लोगों को न केवल खाने-पीने के सामान बल्कि रसोई गैस सिलेंडर को लेकर भी परेशानी हो रही है। इस पर शुक्रवार को इंडियन ऑयल के डायरेक्टर (मार्केटिंग) गुरमीत सिंह ने कहा कि संगठन ये सुनिश्चित करने की पूरी कोशिश कर रहा है कि लॉकडाउन के दौरान भी पेट्रोल, डीजल और एलपीजी की देशभर में कोई कमी न आए।

उन्होंने कहा, 'यहां कोई कमी नहीं है। हमारी सप्लाई वाली जगहों पर पहले की तरह काम हो रहा है। किसी भी समय इन आवश्यक पेट्रोलियम उत्पादों की उपलब्धता में कोई कमी नहीं होगी। कृपया एलपीजी सिलेंडरों की जमाखोरी न करें और न ही पैनिक बुकिंग करें।' बता दें ऑक्सीजन, नाइट्रस ऑक्साइड की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए सरकार ने भी कदम उठाए हैं।
सरकार ने अब अस्पतालों और अन्य स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए उपाय करने शुरू कर दिए हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि कोरोना वायरस के मरीजों के इलाज के लिए इनकी काफी मात्रा में जरूरत होगी। इसके साथ ही चिकित्सा ऑक्सीजन के भंडारण और परिवहन के लिए लाइसेंस देने को तत्काल सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। सभी राज्यों के गृह सचिव को भी एडवाइजरी जारी की गई है।
इस एडवाइजरी में उनसे मेडिकल ऑक्सीजन और नाइट्रस ऑक्साइड के परिवहन और विनिर्माण की अनुमति देने के लिए कहा गया है। वहीं वित्तीय वर्ष की समाप्ति के बावजूद मेडिकल ऑक्सीजन का परिवहन और भंडारण करने वालों के लाइसेंस भी मान्य रहेंगे। ये कदम ऐसे वक्त में उठाए गए हैं, जब पूरी दुनिया के साथ-साथ भारत में भी कोरोना वायरस के मामलों में लगातार वृद्धि हो रही है। भारत में कोरोना वायरस से अब तक 18 लोगों की मौत हो गई है, जबकि संक्रमित लोगों की संख्या 724 पहुंच गई है।
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