जेल से चिदंबरम का मैसेज- अफसरों के गिरफ्तार ना होने पर मेरे पास जवाब नहीं
नई दिल्ली। आईएनएक्स मीडिया केस में गिरफ्तार पूर्व गृह मंत्री पी चिदंबरम ने ट्विटर पर अपना पक्ष रखा। चिदंबरम के ऑफिशियल ट्विटर पर लिखा गया, 'मैंने अपने परिवार से निवेदन किया कि वे मेरी तरफ से ये ट्वीट करें- लोगों ने मुझसे पूछा है कि जिन अफसरों ने प्रक्रिया अपनाई और सिफारिश की, उनको गिरफ्तार नहीं किया गया है, तो आपको क्यों गिरफ्तार किया गया है? केवल इसलिए कि आपने आखिरी हस्ताक्षर किया है? मेरे पास कोई जवाब नहीं है।
चिदंबरम की तरफ से उनके परिवार द्वारा दो ट्वीट किए गए। पहले ट्वीट में लिखा गया, 'मुझसे लोग पूछते हैं कि आईएनएक्स मीडिया केस में कई अधिकारी लिप्त थे। लेकिन, उन्हें अब तक गिरफ्तार नहीं किया गया। फिर आपको ही क्योंकि गिरफ्तार किया गया? क्योंकि डॉक्युमेंट्स में आखिरी सिग्नेचर आपके थे? लोगों के इन सवालों का मेरे पास कोई जवाब नहीं है।' एक दूसरा ट्वीट किया गया, 'किसी भी अधिकारी ने कुछ भी गलत नहीं किया है। मैं नहीं चाहता कि कोई भी अधिकारी गिरफ्तार किया जाए।'
जानिए क्या है INX मीडिया केस?
साल 2007 में इंद्राणी मुखर्जी और पीटर मुखर्जी ने आईएनएक्स मीडिया नाम से कंपनी बनाई। फॉरेन इन्वेस्टमेंट प्रमोशन बोर्ड (FIPB) ने आईएनएक्स मीडिया को 4.62 करोड़ रुपये के विदेशी निवेश की परमिशन दी थी। मगर आईएनएक्स मीडिया ने 305.36 करोड़ रुपये का विदेशी निवेश हासिल किया। इस रकम में से आईएनएक्स मीडिया ने गलत तरीके से 26% हिस्सा आईएनएक्स न्यूज में लगा दिया। इसके लिए FIPB की परमिशन नहीं ली गई। सीबीआई से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, वित्त मंत्रालय की फाइनेंशियल इंटेलिजेंस यूनिट ने पाया कि आईएनएक्स मीडिया के पास मॉरिशस स्थित तीन कंपनियों से गलत तरीके पैसे आ रहे हैं।
15 मई 2017 को केंद्रीय जांच ब्यूरो ने फॉरेन इन्वेस्टमेंट प्रमोशन बोर्ड (FIPB) की अनियमितता के आरोप में एफआईआर दर्ज की। आरोप था कि FIPB ने आईएनएक्स मीडिया को 2007 में वित्त मंत्री के तौर पर पी चिदंबरम के कार्यकाल के दौरान विदेश से 305 करोड़ रुपये फंड देने के लिए क्लियरेंस देने में अनियमितता बरती थी। इस तरह पहली बार इस केस में पी चिदंबरम का नाम आया।